ट्रांसमिशन जोन- 4 के जीएम की निरंकुशता से कर्मचारियों के सामने रोटी के लाले पड़े : अजय राय
मेदिनीनगर संचरण जोन 4 के महाप्रबंधक सः मुख्यअभियन्ता बसंत रुंडा के तानासाही और निरंकुशता के कारण सैकड़ों मानव दिवस कर्मियों के घर खाने के लाले पड़े है। वही उनके बच्चों का स्कूल फीस नही भरे जाने से उनको स्कूल जाने से वंचित किया जा रहा है। उक्त बातें आज एक ज्ञापन के माध्यम से झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री के.के वर्मा को दिया है और इस पर अविलम्ब कार्रवाई की मांग की है ।
अजय राय ने अपने ज्ञापन में कहा है कि संचरण जौन-4 में एजेंसी के कर्मचारियों की दशा बद से बदतर बनी हुई है।आखिर लोग भूखे पेट बांधकर कितने दिनों तक कार्य करते रहेंगे जनवरी माह के उपरांत आज 3 माह बीत गए किसी के बच्चे का फीस बकाया है तो किसी का इलाज पैसे के अभाव में रुका हुआ है और आखिर कब तक यह दशा बनी रहेगी इसका भी कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है। एजेंसी गितराज प्राइवेट लिमिटेड से भुगतान मांगने पर वह स्पष्ट कहता है,आपका सिर्फ 3 माह का भुगतान बकाया है जबकि जीएम साहब ने मुझे 6 माह से ऊपर का बकाया भुगतान नहीं किया है,वहीं जीएम या अन्य वरीय पदाधिकारी से भुगतान के लिए निवेदन करने पर या तो वह हटा देने या स्थानांतरण कर देने की धमकी देते रहते हैं, आलम तो यह है कि जीएम श्री बसंत रूंडा जी का स्थानांतरण पिछले 25 अप्रैल 23 को हो चुका है बावजूद वो अभी तक वहा जमे हुए है और अपना दबदबा और प्रभाव दिखाते हुए अन्य कई कार्य प्रभावित कर रहे हैं, उसी में से एक एजेंसी एवं कर्मचारियों को भुगतान भी शामिल है।फिर भी भुगतान मिलने की आस में एजेंसी के कर्मचारी कार्यकुशलता एवं दक्षता के साथ जिम्मेवारी से कार्य करते ही जा रहे हैं, ऐसा कब तक चलेगा किसी को जानकारी नहीं है।
उपरोक्त हालात में आखिर कर्मचारी कार्य कैसे करेंगे समस्या काफी गंभीर बनी हुई है मौखिक रूप से भी कई बार मुख्यालय में वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है पर आज तक भी कर्मचारियों को भुगतान हो नहीं पाया है।
अजय। राय ने कहा कि संघ के पास अब आंदोलन के सिवाय कोई रास्ता बचा नहीं है अगर 1 सप्ताह के भीतर संचरण जौन-4 में भुगतान नहीं होता है तो संघ बाध्य होकर आंदोलन के लिए स्वतंत्र होगा जिसकी सारी जवाबदेही प्रबंधन की ही होगी।