बोर्ड निगम में सदस्य बनाने व नौकरी के नाम पर डीएसपी और नेता ने बड़े पैमाने पर की धन उगाही
पटना। बिहार में नौकरी का प्रलोभन व बोर्ड निगम में सेटलमेंट के नाम पर पत्रकार से करोड़ों रुपए ठगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।दिलचस्प बात तो यह है कि पत्रकार से जालसाजी करने वाले खुद को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का रिश्तेदार बताते हैं।वहीं वे बिहार पुलिस में रिटायर्ड डीएसपी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अत्यंत करीबी बताने वाले लोग हैं।गौरतलब हो कि अपने को जेडीयू का नेता होने का दावा करने वाले दो जालसाजों ने मिलकर एक पत्रकार से करोड़ों रुपए ठगी ली है।दो लोगों की इस जालसाज जोड़ी ने न तो पत्रकार का काम करवाया और न ही अब तक उनके पैसा लौटा रहे हैं ।पत्रकार द्वारा अपने लाखों रुपए की मांग करने पर दोनों जालसाज पत्रकार को जान मारने की धमकी दे रहे हैं।
इसमें पुलिसकर्मी के नाम से विजय कुमार यादव हैं। जो बिहार पुलिस के रिटायर्ड डीएसपी हैं। दूसरी तरफ एक नेता रमेश पटेल हैं। जो अपने को जेडीयू के बड़े नेता बताते हैं।वहीं सीएम नीतीश कुमार के काफी करीबी होने का दावा करते हैं।ये सनसनीखेज मामला पत्रकार राज किशोर सिंह का है।जो पटना से प्रकाशित होने वाले प्रतिष्ठित राष्ट्रीय मासिक पत्रिका तापमान के प्रधान संवाददाता हैं।
रिटायर्ड डीएसपी विजय यादव व नेता रमेश पटेल ने पत्रकार राज किशोर को राज्य सरकार के विभिन्न बोर्ड/ निगम में अध्यक्ष व सदस्य बनाने के नाम पर प्रति व्यक्ति लाखों रुपए के हिसाब से करोड़ों रुपए ले लिए।बोर्ड /निगम के अलावा बिहार विधान परिषद व अन्य महत्वपूर्ण सरकारी महकमे में नौकरी लगाने के नाम पर भी इस पत्रकार को चूना लगाया गया।जानकार बताते हैं कि साल भर से ज्यादा हो गए परंतु न तो किसी को बोर्ड व निगम का अध्यक्ष/ सदस्य बनाया गया और ना ही कोई नौकरी लगाई गई।
जानकारों का कहना है कि नेता रमेश पटेल एक चर्चित बिचौलिया कि भूमिका निभाने वाले सेटर हैं।इससे पहले भी ऐसे कई मामलों में उनकी भूमिका संदेह में रही है। हालांकि फोन करने पर वो लोग फोन नहीं उठाते हैं।
जबकि पत्रकार राज किशोर ने इन दोनों पर लगाए गए आरोप की पुष्टि की है।उन्होंने कहा कि उन्हें नौकरी के नाम पर व झूठा आश्वासन देकर इन लोगों ने करोड़ों रुपए ठग लिए हैं।पैसा लेनदेन का पूरा डिटेल्स उनके पास मौजूद है।