जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने पंचायती राज विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा की
खूंटी: जिला पंचायत राज पदाधिकारी डॉ. शिशिर कुमार सिंह ने सोमवार को पंचायती राज विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य 15वें वित्त आयोग अंतर्गत ग्राम पंचायत एवं पंचायत समितियों को प्राप्त अनुदान राशि के व्यय, पंचायत सचिवालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति, सचिवालय भवनों को डिजिटल पंचायत के रूप में विकसित करने, सचिवालय में उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं की समीक्षा, कनीय अभियंताओं के कार्यों की प्रगति, पंचायत सहायकों को कक्ष आवंटन और पंचायत सहायता केंद्रों की शीघ्र शुरुआत तथा पंचायत ज्ञान केंद्रों की स्थापना एवं संचालन की प्रगति का मूल्यांकन करना था।
बैठक के दौरान यह पाया गया कि कई पंचायत सचिवालयों में अभी भी डिजिटल ढांचे की स्थापना अधूरी है, जिस पर शीघ्र कार्रवाई की आवश्यकता है। कनीय अभियंताओं के कार्यों की भी समीक्षा की गई और उनके दायित्वों को स्पष्ट किया गया ताकि विकास कार्यों की गति में तेजी लाई जा सके। पंचायत सहायकों के लिए निर्धारित कमरों के आवंटन और पंचायत सहायता केंद्रों को जल्द चालू करने पर विशेष बल दिया गया, ताकि पंचायत स्तर पर ग्रामीणों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें। पंचायत ज्ञान केंद्रों की स्थापना और संचालन की दिशा में हुई प्रगति की भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता सुनिश्चित करें और समयबद्ध ढंग से कार्य पूरे करें। उन्होंने ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) की एंट्री को अद्यतन करने पर जोर दिया और निर्देश दिए कि सभी योजनाओं की सतत मॉनिटरिंग की जाए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच सके। बैठक के अंत में अधिकारियों ने योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए समन्वित प्रयास करने का संकल्प लिया।
इस बैठक में जिला परियोजना प्रबंधक, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, प्रखंड समन्वयक (पंचायत राज), सभी कनीय अभियंता, कंप्यूटर ऑपरेटर और संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

