ऑपरेशन के बाद 4 माह मैदान से दूर रहेंगे धोनी, CSK की खातिर मर्ज बढ़ा लिया था
घुटनों के ऑपरेशन के बाद अब महेंद्र सिंह धोनी धोनी 4 महीने क्रिकेट के मैदान से दूर रहेंगे। इस दौरान वह रिहैबिलिटेशन करेंगे। अगर यह ऑपरेशन IPL 2023 से पहले हो गया होता, तो माही 1 महीने में ही फिट हो जाते। पर चेन्नई सुपर किंग्स की जरूरत को देखते हुए थाला ने ऑपरेशन टाल दिया। जिस वक्त IPL के दौरान तमाम स्टेडियम में धोनी का नाम गूंज रहा था, माही फैंस और CSK की खातिर घुटनों के भीषण चोट के बावजूद खेल रहे थे।
IPL फाइनल के ठीक दो दिन बाद महेंद्र सिंह धोनी के घुटनों का सफल ऑपरेशन हुआ। IPL खत्म होने के बाद यह बात निकल कर सामने आ रही है कि माही को डॉक्टरों ने IPL न खेलने की सलाह दी थी। उनके घुटनों की समस्या बढ़ती जा रही थी और ऐसे में डॉक्टरों को अंदेशा था कि माही का ज्यादा भागदौड़ करना उनके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। कोई भी डॉक्टर धोनी के आईपीएल खेलने के हक में नहीं था। यहां तक कि माही का परिवार भी उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित था।
धोनी दुविधा में फंस चुके थे। IPL 2022 में चेन्नई सुपर किंग्स नवें स्थान पर रही थी। ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने सीजन के बीच में ही रवींद्र जडेजा से कप्तानी वापस लेकर माही को दोबारा कमान सौंपी थी।
अगर महेंद्र सिंह धोनी CSK के साथ ग्राउंड पर नहीं उतरते, तो चेन्नई का चैंपियन बनना नामुमकिन था। CSK के पास सबसे अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण था। रवींद्र जडेजा और दीपक चाहर के सिवा किसी गेंदबाज के पास इंटरनेशनल T-20 मुकाबलों का लंबा अनुभव नहीं था। अगर माही नहीं होते, तो तुषार देशपांडे, महेश थीक्षणा और पथिराना जैसे गेंदबाज सटीक लाइन-लेंथ के साथ शायद ही गेंदबाजी कर पाते। ऐसे में थाला ने चेन्नई सुपर किंग्स की खातिर घुटनों पर नी कैप पहनकर मैदान पर उतरना मंजूर कर लिया। अच्छी लय में होने के बावजूद सिंगल-डबल से बचने के लिए धोनी आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आते थे। यहां तक कि धोनी जब टीम बस से नीचे उतरते थे, तो दर्द से बचने के लिए चोटिल घुटने वाले पैर की बजाए दूसरे पैर से कूदकर नीचे आते थे। फिर दूसरे पैर को हौले से जमीन पर रखते थे।
विकेटों के बीच में सबसे तेज दौड़ने वाला बल्लेबाज घुटनों के भीषण दर्द के कारण मजबूर था। हर दिन मुकाबले के बाद धोनी के घुटनों का 2 घंटों तक स्पेशल मसाज किया जाता था। माही बहुत तकलीफ में थे, लेकिन उन्होंने पूरे IPL इसे चेहरे पर जाहिर नहीं होने दिया। अपनी कुशल रणनीति से CSK को चैंपियन बनाने के बाद भी धोनी ने क्रेडिट नहीं लिया। यह फाइनल मैच अंबाती रायडू का आखिरी IPL मैच था। मैच से पहले ही उन्होंने बोल दिया था कि वह इसके बाद संन्यास ले लेंगे। जबकि जडेजा ने इस मैच की आखिरी 2 गेंदों पर 10 रन बनाकर चेन्नई को लगभग असंभव सी जीत दिलाई थी। धोनी ने इन दोनों प्लेयर्स को ट्रॉफी लेने के लिए बुलाया और खुद प्रेसिडेंट बिन्नी के पीछे खड़े हो गए। थाला ने बड़प्पन दिखाया।
माही इसलिए महान हैं क्योंकि वह कभी जीत का क्रेडिट लेने के लिए आगे नहीं आते, बल्कि दूसरों को आगे लाते हैं। यकीन है कि सर्जरी के बाद माही नई ऊर्जा के साथ मैदान पर आएंगे। चेपॉक स्टेडियम, चेन्नई में खेला जाने वाला IPL 2024 का फाइनल भी CSK को जिताएंगे। सबसे ज्यादा 6 IPL ट्रॉफी जीतने वाले कप्तान बन जाएंगे। द मैन…द मिथ…द लेजेंड। 🌻