पाकुड़ जिला परिषद के 69 में से एक ही जनसेवक के स्थानांतरण पर विवाद में घिर रहे डीडीसी
*2012 में हुई थी जनसेवकों की नियुक्ति
*पहली बार डीडीसी के स्तर से 22 अगस्त को किया गया एक जनसेवक का स्थानांतरण
*स्थानांतरण के बारे में जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को नहीं है जानकारी
*जिला परिषद स्थापना समिति के बैठक के बाद ही जनसेवकों का होता है स्थानांतरण
*अमड़ापाड़ा स्थानांतरण किए गए जनसेवक नारद मंडल के पास था तीन-तीन पंचायत का जिम्मा
चंदन रक्षित
पाकुड़ः जिला परिषद कार्यालय में कुल 69 जनसेवक कार्यरत हैं, जिनकी नियुक्ति 2012 में कई गई थी। नियुक्ति के बाद से जनसेवकों का स्थानांतरण एक बार भी नहीं हुआ। 22 अगस्त को एक ही जनसेवक का स्थानांतरण डीडीसी शकील अख्तर के द्वारा किया गया है । जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है । स्थानांतरण के बारे में जिला परिषद अध्यक्ष जुली ख्रिष्टमणि हेंब्रम व उपाध्यक्ष अशोक भगत को भी जानकारी नहीं है । जबकि जनसेवकों के स्थानांतरण के पहले जिला परिषद स्थापना समिति की बैठक होना आवश्यक है। समिति में जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के अलावे जिले के अन्य अधिकारी हैं। बिना बैठक किए जनसेवक नारद मंडल का स्थानांतरण होना कई सवालों को खड़ा कर रहा है । जनसेवक नारद मंडल पाकुड़ सदर प्रखंड में कार्यरत थे । जनसेवक नारद मंडल पाकुड़ सदर प्रखंड के शहरकोल, सोनाजोड़ी व कालीदासपुर पंचायत में पंचायत सेवक के रूप में कार्यरत थे।
इधर मामले को लेकर जिला परिषद अध्यक्ष जुली ख्रिष्टमणि हेंब्रम व उपाध्यक्ष अशोक यादव से जनसेवक नारद मंडल के स्थानांतरण के बारे में पूछे जाने पर बताया कि इस मामले में जानकारी नहीं है। मामले को लेकर डीडीसी से जानकारी ली जाएगी ।
वर्षो से एक ही जगह में जमे हैं जनसेवक
जिला परिषद कार्यालय में वर्ष 2012 में जनसेवकों की नियुक्ति की गई थी। कुल 81 जनेसवकों की नियुक्ति हुई थी। 12 जनसेवक अपना त्यागपत्र दे चुके है। जिले के छहः प्रखंडों को मिलाकर कुल 69 पंचायत वर्तमान में कार्यरत हैं।
नियुक्ति के बाद से एक भी बार भी इनका स्थानांतरण नहीं हुआ है । एक ही जगह पर लंबे समय से रहने के कारण इनके कार्य की निष्पक्षता प्रभावित हो रही है । 2016 में तत्कालीन डीडीसी अजीत शंकर ने इसके स्थानांतरण के लिए सभी बीडीओ से रिपोर्ट मांगी थी। वाबजूद जनसेवकों का स्थानांतरण का मामला अभी तक फाईलों में अटका हुआ है।
क्या कहते हैं डीडीसी
उपविकास आयुक्त शकील अख्तर ने कहा जनसेवक नारद मंडल के खिलाफ काफी शिकायत मिल रही थी। इसलिए उसका स्थानांतरण अमड़ापाड़ा प्रखंड में किया गया है । शेष बचे जनसेवकों का भी जल्द ही स्थानांतरण किया जायेगा।