कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद सदन में हुई भावुक, कहा, साजिश के तहत मेरे परिवार को फंसाया गया, मुझे न्याय चाहिए, यह लोकतंत्र की हत्या है
रांचीः झारखंड विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान मंगलवार को कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद सदन में भावुक हो गईं। अंबा ने हजारीबाग के चिरुडीह की घटना में अपने परिवार को शामिल किये जाने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि चिरुडीह में जब धरना प्रदर्शन हो रहा था तब उनकी मां निर्मला देवी धरने में बैठी थी. उस समय भड़की हिंसा में चार लोग मारे गए थे. बाद में एक सुनियोजित तरीके से एक ऐसा डायरी बना दिया जिसमें मेरे पूरे परिवार को निशाना बनाया गया. मेरा सदन से मांग है कि एक सिटिंग जज की अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच कराया जाये.
धरने पर बैठी अंबा
चिरुडीह कांड पर न्यायालय के फैसले के खिलाफ कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठी. बाद में स्पीकर ने विधायक इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय और बंधु तिर्की को अम्बा प्रसाद को ससम्मान सदन में लाने का निर्देश दिया. सदन में आते ही अम्बा प्रसाद भावुक हो गयीं. कहा कि एक साजिश के तहत उनके परिवार को फंसाया जा रहा है. चुरुडीह मामले में एक ही परिवार को दोषी ठहराया गया. क्या पूर्व विधायक निर्मला देवी के हाथ में बंदूक था. जो लोग वहां मारे गए इसकी जांच होनी चाहिये. यह एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है. क्या धरने पर बैठी निर्मला देवी के हाथों में बंदूक थी. कांग्रेस विधायक ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए. यह लोकतंत्र की हत्या है स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने संसदीय कार्य मंत्री को निर्देश दिया कि इस विषय को वे संज्ञान में लें. अंबा प्रसाद ने कहा कि यह एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है. क्या धरने पर बैठी निर्मला देवी के हाथों में बंदूक था. कांग्रेस विधायक ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए. यह लोकतंत्र की हत्या है. क्या एक जनप्रतिनिधि का जनता के बीच जाना अपराध है. स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने संसदीय कार्य मंत्री को निर्देश दिया कि इस विषय को वे संज्ञान में लें.