देवघर जिले के माल पहाड़िया आदिम जनजाति परिवारों का नहीं बन रहा जाति प्रमाण पत्र
रांची: झारखंड में आदिम जनजाति परिवारों को जाति प्रमाण पत्र बनवाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला देवघर जिले का है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने जोहार यात्रा में सीएम को भी दिया था।
इसके बावजूद अबतक इसका निदान नहीं हुआ है। ग्रामीण बालदेव गुज्जर ने पोडैयाहाट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक प्रदीप यादव को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन के मुताबिक जनजाति माल पहाड़िया समुदाय को अलग अलग समूह के लोग नाम के टाइटल में पुजहर,लाया अथवा नईया,खैरा,देहरी,गृही अथवा आहड़ी आदि लिखते हैं। लेकिन इनका टाईटल नईया एक स्वतंत्र जाति के रूप में अत्यंत पिछड़ी जाति के रूप में अंकित कर दिया गया है। यह उप नामों में जाने जाते हैं जैसे पुजहार,लाया,नईया,देहरी,गृही, आहड़ी आदि है।
ग्रामीणों ने कहा कि झारखंड में माल पहाड़िया के लोगों को टाईटल नईया अत्यंत पिछड़ी जाति की सूची में स्वतंत्र जाति के रूप में अंकित कर दिए जाने के कारण जनजाति की सुविधा से वंचित हो रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा राज्य सरकार यदि इसपर कोई ठोस कदम नहीं उठाएगी तो फिर हमलोग केंद्र सरकार के पास गुहार लगाएंगे।