जिला बीजेपी कार्यालय में आपातकाल के विरोध में काला दिवस मनाया गया
खूंटी: जिला भाजपा कार्यालय में मंगलवार को जिलाध्यक्ष चन्द्रशेखर गुप्ता की अध्यक्षता में आपातकाल के विरोध में काला दिवस मनाया गया। सर्व प्रथम संगठन के पथ प्रदर्शक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पं दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। उसके पश्चात सामुहिक रूप से राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् का गायन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय ने अपने सम्बोधन में कहा कि जब हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी को चुनाव में मिली जीत को असंवैधानिक करार दिया। और उन्हें 6 साल चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया।तब कांग्रेस का आंतरिक बैठक हुई कि ऐसी परिस्थिति में क्या करना है। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष देवकांत बरुआ ने बैठक में कहा था इंदिरा इज इंडिया,इंडिया इज इंदिरा,इसी बीच जयप्रकाश नारायण अटल बिहारी वाजपेई जी और कई नेताओं के नेतृत्व में रामलीला मैदान में बड़ी सभा हुई.और सभी ने वहां पर विरोध किया गया कि इंदिरा गांधी को सत्ता से हटना पड़ेगा. विपक्ष का दबाव और हाईकोर्ट का आदेश से उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि ऐसी परिस्थिति में सत्ता में कैसे बने रहें. उन्होंने आनन- फानन में 25 जून के मध्य रात्रि को राष्ट्रपति पर दबाव डाल हस्ताक्षर करा कर देश में आपातकाल घोषित कर दिया. उसके बाद लाखों लोगों की गिरफ्तारी होने लगी, सभी विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी होने लगी, उन्हें यातनाएं देने लगी.
1975 में जो मानसिकता कांग्रेस की थी वही मानसिकता आज भी है. इस लोकसभा चुनाव में भी लोगों को छलने का काम किया है. महिलाओं को ₹8500 महिना देने का वादा किया है. जिस राज्य में कांग्रेस की सरकार है वहां की महिलाओं को खटाखट खटाखट ₹8500 क्यों नहीं देता है. तोरपा विधायक कोचे मुंडा ने अपने सम्बोधन में कहा कि जो लोग इस लोकसभा चुनाव में संविधान को बदलने वाला दुष्प्रचार किया था वहीं लोग 25 जून 1975 को अपनी निजी स्वार्थ के लिए देश में आपातकाल लागू किया था. इंदिरा गांधी ने देश भर में आपातकाल लगा कर संविधान को कुचल दी थी। आपातकाल के समय सरना समाज के द्वारा चलाए जा रहे संस्था को भी बंद कर दिया था. कांग्रेस शुरू से ही आदिवासी विरोधी रहा है.
जिलाध्यक्ष चन्द्रशेखर गुप्ता ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज विपक्षी पार्टियां संविधान बदलेगा ऐसा दुष्प्रचार कर लोगों को बरगलाने का काम किया है.
हाईकोर्ट कोर्ट ने इंदिरा गांधी के अवैध तरीके से मिली जीत को असंवैधानिक करार किया था अपनी सरकार बचाने और निजी हित के लिए आपातकाल लागू किया. आपातकाल के समय मीडिया पर प्रतिबंध लगाया था, किसी भी नागरिक की स्वतंत्रता नहीं थी। जो भी नेता विरोध में आवाज उठाते थे उनको जेल में डाल देते थे. आपातकाल स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे विवादास्पद और अलोकतांत्रिक काल था.
प्रदेश किसान मोर्चा उपाध्यक्ष कांशी नाथ महतो ने भी मंच को सम्बोधित किया.
कार्यक्रम में आपातकाल काल में जेल यात्रा किए गए वैसे सभी वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया.
जनसंघी कैलाश महतो (गुटजोरा)ने आपातकाल के समय किए अपने जेल यात्रा के अनुभव को साझा किया. काला दिवस कार्यक्रम संयोजक सह जिला उपाध्यक्ष संजय साहू ने स्वागत भाषण दिया. मंच संचालन जिला महामंत्री बिनोद नाग एवं धन्यवाद ज्ञापन मण्डल अध्यक्ष मदन मोहन गोप ने किया. इस कार्यक्रम के बाद एक वृक्ष मां के नाम अभियान के तहत एक वृक्ष भी जिला कार्यालय में लगाया गया.
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष सह खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, जिला उपाध्यक्ष कैलाश राम,जिला सोशल मीडिया प्रभारी रूपेश जयसवाल, सह प्रभारी महावीर राम, मिडिया सह प्रभारी जनार्दन मिश्रा,आईटी संयोजक गुलाब महतो, मण्डल अध्यक्ष क्रमशः बालकिशुन महतो, मदन मोहन गोप, सुरेश जयसवाल , निखिल कन्डुलना प्रदेश युवा मोर्चा कार्यकारिणी सदस्य प्रियांक भगत, जिला एसी मोर्चा अध्यक्ष योगेंद्र नायक, महिला मोर्चा अध्यक्ष रंदाय नाग,मदन मोहन मिश्रा, खूंटी प्रमुख छोटराय मुंडा,कर्रा मण्डल महामंत्री कलिन्दर राम, महेंद्र नायक, सुकेन्दर महतो, सुदन मुंडा, मनोज गोप, राजेश नाग, प्रशांत कुमार सहित अनेक सम्मानित कार्यकर्ता उपस्थित थे।