बिहार में शिक्षक संगठनों की लड़ाई भाजपा लड़ेगी
पटना : बिहार की नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली के विरोध में उतरे शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा से भाजपा मुख्यालय में मुलाकात की और अपनी समस्याओं से अवगत कराया। शिक्षक संगठनों के नेताओं को विजय सिन्हा ने आश्वासन दिया कि भाजपा उनके साथ है।
शिक्षक संगठनों के नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सरकार हड़बड़ी में शिक्षक नियुक्ति नियमावली लाई है, जिसमें कई गड़बड़ियां हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को राज्य कर्मियों का दर्जा दिलाने के लिए जुलाई महीने में राजभवन मार्च करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के साथ बिहार की सरकार ने छलावा किया है। बिहार के शिक्षक अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।उन्होंने शिक्षक संगठनों से कहा कि पूरी मुस्तैदी के साथ हम आप की लड़ाई लड़ेंगे।
भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि सरकार नियमावली को सुधारे। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को बढ़ाने के लिए प्रतिभावान शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।
सिन्हा ने आगे कहा कि नियोजित शिक्षकों को सम्मान करते हुए नियमावली बनाई जाए जिससे शिक्षकों का भी मनोबल बढ़े और शैक्षणिक वातावरण तैयार हो। उन्होंने कहा कि बिहार में अगर भाजपा की सरकार बनाती है तो यूपी और गुजरात का शिक्षा माडल लागू होगा।
इस मौके पर शिक्षक नेता विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने कहा कि, भाजपा शिक्षकों के मांगों को लेकर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी। शिक्षकों को निराश नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की आवाज को बुलंद करेंगे। बैठक में विधान परिषद सदस्य जीवन कुमार, भाजपा के प्रदेश महामंत्री व विधायक संजीव चौरसिया के अलावा शिक्षक नेता गणेश प्रसाद सिंह के अलावा शिक्षक संगठन के कई प्रतिनिधि मौजूद थे।