बिचना की निशा तुरी ने फूलो झानो आशीर्वाद योजना से जुड़कर हड़िया की बिक्री छोड़ बनाई अपनी पहचान
खूंटी: हड़िया-दारु की बिक्री कर रही महिलाओं को आजीविका के वैकल्पिक साधनों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
निशा तुरी की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं होने के कारण दीदी गांव में ही हड़िया/दारू बिक्री का काम करने लगी।
JSLPS के माध्यम से फूलो झानो आर्शीवाद योजना से उन्हें जोड़ा गया एवं ज्योति ग्राम संगठन, बिचना से 25000₹ का ऋण दिया गया है। दीदी अभी अपनी छोटी दुकान चला रही हैं और अभी उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है और अन्य महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई है। साथ ही उन्होंने अपनी सम्मान जनक पहचान बनाई है।
दीदी बताती हैं कि हड़िया-दारू बेचने के कार्य से जुड़ी महिलाओं के जीवन में फूलो-झानो आशीर्वाद योजना आशा की नई किरण लेकर आयी है।
ग्रामीण क्षेत्रों में मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से झारखंड सरकार ने इस योजना को शुरू किया है। साथ ही यह योजना मादक पदार्थ बेचने वाली महिलाओं के जीवन को भी सुधारने और उन्हें नई आजीविका प्रदान करने में भी मदद करेगी। इसके साथी ही महिलाओं को झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) के तहत चल रहे आजीविका संवर्धन के अलग-अलग कार्यक्रमों से भी जोड़ा जा रहा है।

