खूंटी का रण प्रारंभ,अर्जुन के रथ रोकने को कालीचरण फूल कॉन्फिडेंस…
खूंटी: महागठबंधन से कालीचरण मुंडा को प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही खूंटी लोकसभा क्षेत्र में चुनावी खेला तेज हो गया है।
मैदान में एनडीए की तरफ से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा,महागठबंधन से कालीचरण मुंडा और तीसरे और चौथे विकल्प के रूप में बबिता कच्छप और झारखंड पार्टी और भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी हैं।
जनता की अदालत में जाने से पहले सभी प्रत्याशी अपनी अपनी पूरी तैयारी कर चुके हैं। एनडीए जहां मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रही है। वहीं महागठबंधन पिछले पांच सालों के अंदर खूंटी में समुचित विकास नहीं होने और केंद्र सरकार की गलत नीतियों का बखान करने में जुट गई है।
गैर भाजपा नेताओं का मानना है कि खूंटी लोकसभा क्षेत्र से मोदी सरकार में कद्दावर मंत्री होने के बाद भी क्षेत्र का विकास नहीं हुआ। बेरोजगारी और पलायन पर कुछ नहीं किया गया। चुनाव के समय जनता को धोखा देने के लिए बाईपास निर्माण का शिलान्यास किया गया। यही नहीं क्षेत्र में कई गांव के लोगों को अपने सांसद का नाम भी पता नहीं है। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद सांसद को जनता से मिलने का समय नहीं मिला।
ऐसे कई मुद्दे को लेकर महागठबंधन के प्रत्याशी अर्जुन के रथ को रोकने की कोशिश करेंगे।
इसके अलावा पत्थलगढ़ी क्षेत्रों में भाजपा के खिलाफ वैसे भी नाराजगी है।
वहीं एनडीए प्रत्याशी अर्जुन मुंडा के पक्ष में भाजपा, आरएसएस,बजरंगदल और अन्य भाजपा समर्थित लोग फिर से अर्जुन मुंडा को जीतने के लिए मेहनत कर रहे हैं। जनता को अपने पक्ष में करने के लिए कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो खूंटी में पिछली बार भी लोकसभा चुनाव में कालीचरण मुंडा ने अर्जुन मुंडा को कड़ी टक्कर देने का काम किया था। वहीं हालात इस बार भी बन रही है। इस बार कालीचरण मुंडा अपनी जीत के प्रति फूल कॉन्फिडेंस में दिख रहे हैं।