जल,जंगल और जमीन की रक्षा और युवाओं को रोजगार देना प्राथमिकता: अर्पणा हंस

खूंटी: खूंटी लोकसभा सीट से प्रत्याशियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अबतक नौ लोगों ने नामांकन पर्चा दाखिल किया है। वहीं बुधवार को झारखंड पार्टी की प्रत्याशी अर्पणा हंस ने टूअपना नामांकन पर्चा दाखिल किया।उनके साथ पार्टी प्रमुख एनोस एक्का,कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार और महासचिव अशोक भगत थे।
नामांकन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए झापा प्रत्याशी अर्पणा हंस ने कहा कि झारखंड पार्टी यहां की माटी की पार्टी है। यहां के लोगों की समस्याओं को हमेशा से उठाती आई है। आज भी यहां की सबसे बड़ी समस्या जल,जंगल और जमीन की है।जिसपर कोई भी बात नहीं करता है। महिला सशक्तिकरण की बात कोई नहीं करता है। मैं एक महिला हूं और महिलाओं की समस्याओं से वाकिफ हूं। यहां से ह्यूमन ट्रैफिकिंग,पलायन लगातार हो रहा है। युवा पढ़ लिख कर युवा सड़क पर भटक रहे हैं। शिक्षा की व्वस्था का बुरा हाल है। मुंडारी भाषा की पढ़ाई नहीं हो रही है। ऐसी कई समस्याएं खूंटी लोकसभा क्षेत्र में है।
झापा प्रत्याशी ने कहा कि खूंटी की जनता मुझे आशीर्वाद देती है तो निश्चित रूप से उसका समाधान करने का प्रयास करूंगी और एक विकसित खूंटी बनाने का काम करूंगी।
पार्टी के प्रमुख एनोस एक्का ने कहा कि झारखंड की जनता इस बार परिवर्तन का मन बना चुकी है। जनता इस बार झापा के प्रत्याशी को वोट करने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि खूंटी से लगातार भाजपा के प्रत्याशी जीत रहे हैं। पहले कड़िया मुंडा और फिर अर्जुन मुंडा यहां से सांसद रहे। खूंटी का विकास नहीं हो पाया। अर्जुन मुंडा कृषि मंत्री और जनजातीय मंत्री रहने के बाद भी यहां के किसानों का कोई भी काम नहीं हुआ। किसानों के खेतों में न तो पानी पहुंचाया और न ही आदिवासियों का कल्याण हुआ है।यहां की जनता भाजपा के झूठे वादे को जान चुकी है। साथ कांग्रेस की दोहरी नीति को समझ चुकी है। खूंटी की जनता इस बार कांग्रेस और भाजपा को बाय बाय करने वाली है। इतिहास गवाह है कि झारखंड पार्टी यहां पर जल,जंगल और जमीन की रक्षा के लिए लड़ती आई है।
उन्होंने कहा कि खूंटी में जो भी गैर भाजपा पार्टी से प्रत्याशी जीतते है वह ईसाई समुदाय से होते हैं। इसलिए इस बार खूंटी की जनता झारखंड पार्टी को के प्रत्याशी अर्पणा हंस को ही चुनेगी।
वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि झापा प्रदेश के आठ सीटों पर अपने प्रत्याशी को खड़ा किया है। मुझे उम्मीद है कि इस बार पार्टी को सफलता मिलेगी। वहीं जीतने के बाद एनडीए या इंडी गठबंधन में जाने के सवाल पर कहा यह पार्टी फोरम की बैठक में निर्णय लिया जाता है। अभी हम लोगों का लक्ष्य सभी आठ सीटों पर जीत दर्ज करने की है।

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