कृषि मंत्री को सीएम से उलझना पड़ सकता है महंगा
*कैबिनेट की बैठक में सीएम से उलझ गए थे सुधाकर सिंह
गणादेश ब्यूरो
पटना। बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को सीएम नीतीश कुमार से उलझना महंगा पड़ सकता है। दो दिन पहले हुई कैबिनेट की बैठक में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह सीएम नीतीश कुमार से उलझ गए थे। सूत्रों के अनुसार मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक समाप्त होने के बाद सुधाकर से जब मुख्यमंत्री ने स्वयं पूछा कि आप लगातार क्या-क्या बोल रहे हैं? इस पर सुधाकर भड़क गए। उन्होंने तमाम पुरानी बातें दोहराईं और कहा, जो गलत है। वे उसे बोलते रहेंगे। मंत्रिमंडल से हटाना है तो हटा दें।
जिस वक्त यह वाकया हुआ, उस वक्त उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौके पर मौजूद थे। सत्ता के गलियारों में यह भी चर्चा है कि राजद कोटे से मंत्री बने सुधाकर सिंह पर पार्टी जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
चोर और खुद को चोरों का सरदार बोलकर आए थे सुर्खियों में …
तीन दिन पूर्व एक कार्यक्रम में सुधाकर सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों को चोर और खुद को चोरों का सरदार बताया था। उनका कहना था कि वे वैसे विभाग के मंत्री हैं, जिसके अधिकारी चोर हैं।वैसी स्थिति में वे चोरों के सरदार हुए। उन्होंने आह्वान भी किया था कि लोग उनका पुतला जलाएं। यह प्रकरण अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि सुधाकर सिंह ने एक नया मुद्दा खड़ा कर दिया। एक कार्यक्रम में उन्होंने एथनाल पालिसी, किसानों को होने वाली समस्याओं का मसला उठाकर सरकार के लिए परेशानी खड़ी कर दी।
लालू प्रसाद से की मुलाकात…
जानकारी के अनुसार कैबिनेट की बैठक के बाद जब कड़े तेवर दिखाते हुए सुधाकर सिंह सचिवालय से निकले थे तो वह सीधे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात करने पहुंचे। लालू यादव को उन्होंने पूरे प्रकरण की जानकारी भी दी। सुधाकर सिंह के तेवर लालू से मुलाकात के बाद भी नरम नहीं पड़े। उन्होंने एक बार फिर दोहराया है कि जो कहा है। वे उस बात पर कायम हैं। हालांकि उन्होंने साफ किया कि उन्होंने इस्तीफा देने की कोई बात नहीं कही है। फिलहाल सत्ता के गलियारों में इसकी चर्चा जोरों पर है।