समय रहते सही दिशा मिल जाए, तो जीवन का सफर आसान हो जाये : डॉ अनुराधा

अगर कोई बच्चा क्लास में टॉप करता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसे काउंसलिंग की जरूरत नहीं पड़ सकती है। एक अच्छा काउंसलर बच्चे को सही तरह से समझकर उसकी प्रॉबल्म को दूर कर सकता है। इसलिए पैरंट्स की भी जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों का सपोर्ट करें। उनके इंटरेस्ट के बारे में जानें और काउंसलर से मिलकर सही राह चुनने में उनकी मदद करें।राजधानी रांची के साइकोलोजिस्ट डॉ अनुराधा पालटा मैरिटल काउंसलिंग, रिलेशनशिप काउंसलिंग, करियर काउंसलिंग, स्टूडेंट काउंसलिंग, लाइफ़ स्किल कोचिंग, स्ट्रेस एंड एंजाइटी काउंसलिंग की एक्सपोर्ट है। डॉ अनुराधा बताती है काउंसलिंग में लोगो को एक प्लेटफॉर्म मिलता है, जहां वे अपनी परेशानी को रख पाते हैं। काउंसलर के पास जाते हैं और उनकी उलझनों को सुलझाने की कोशिश करते हैं। एक उम्दा काउंसलर से गाइडेंस मिलती रहे,तो यह उलझन उनके लाइफ में आए ही न। डॉ अनुराधा बताती है सोचने समझने में दिक्कत हो रही है, तो आपको काउंसलर की हेल्प लेनी चाहिए। समय रहते सही दिशा मिल जाए, तो जीवन का सफर आसान हो जाता है। यह समय की मांग है। लोगो को स्ट्रेस से बचाने के लिए काउंसलिंग जरूरी है।

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