19 सितम्बर बृहस्पतिवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)आज आपको राजकीय कार्यों में उच्च वर्गीय मित्रों से सहयोग मिलेगा। घर, शौक, पसन्दीदा गतिविधियों के लिए समय मिलेगा, जोखिम लेने का मूड भी होगा। आप खुद को अकेला महसूस नहीं करेंगे। अच्छे मित्रों के साथ नजदीकियां बढ़ेंगी। आपके आदर्श/आध्यात्मिक झुकाव सामने आयेंगे, आप अपना ध्यान मजबूती से अपने परिवार पर लगाएं। आप घर और कार्यक्षेत्र में बेहतर सद्भाव कायम कर सकेंगे। आपके बच्चों की गतिविधियां खुशी तथा आनन्द का स्रोत बनी रहेंगी परंतु बच्चों को समय देना आवश्यक है। स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी , वु , वे, वो)
आज आप बच्चों और प्रियजनों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों, पालतू जानवरों , बच्चों , बुजुर्गों और सामुदायिक गतिविधियों में व्यस्तता की वजह से कार्यक्रमों में फेरबदल की सम्भावना है। आपको कार्यक्षेत्र में सफलता और प्रसन्नता मिलेगी। आभूषण और कपड़े खरीद सकते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि आप चाहते हैं कि प्रियजन ज्यादा से ज्यादा सुन्दर दिखें। काम का दबाव कम होगा और आप नई योजनाओं और काम के बारे में सोच सकते हैं।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आपका घर में मांगलिक कार्य की रूप रेखा बनाते हुए मन प्रसन्न रहेगा। प्रियजनों और बच्चों के अलावा आप आन्तरिक सज्जा तथा लेखन जैसी कला और घर की देखभाल जैसे क्षेत्रों में भी संवेदनशील होंगे। खानपान में संयम बरतना बहुत जरूरी है, खासकर ठण्डी चीजें खाने से बचें। किसी से कर्ज लेना व कर्ज देना दोनों ही काम न करें अन्यथा भविष्य में सम्बन्धों में दरार आ जायेगी। पुरानी यादें मन को कचोटेंगी और कुछ मानसिक तनाव का भी अहसास होगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आपका दिन बेहतर रहेगा । सामाजिक दायरा बढेगा । मान सम्मान में वृद्धि होगी । रोजमर्रा के जीवन की रफ्तार भले ही कितनी भी अधिक क्यों न हो, मगर अपने स्तर पर शान्त बने रहेंगे। इस पक्ष में आप बुजुर्गों, गरीबों, बीमारों, असहाय लोगों की मदद करेंगे और उनके सरोकारों को अपना बनाने का प्रयास करेंगे। ऐसा आप किसी उद्वेग के कारण नहीं, बल्कि उनके प्रति वास्तविक भावनाओं के वशीभूत होकर करेंगे। नए कार्यों के लिए आगे शुभ समय का योगदान आपको मिलेगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आपके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होगी। आपका अपने ही सहकर्मियों से अप्रत्यक्ष विरोध, प्राइवेट नौकरी से जुड़े व्यक्तियों पर कार्यभार की अधिकता रहेगी। किसी राजनीतिक व्यक्ति से मुलाकात होगी। यदि आप सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े हैं, तो चर्चा का विषय बन सकते हैं। मित्र या रिश्तेदारों की सहायता से महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल होगी। नौकरी पेशा लोगों के लिये समय सामान्य गुजरेगा। अनावश्यक खर्च होने से थोड़ी मानसिक खिन्नता रहेगी। किसी आध्यात्मिक व्यक्ति से चर्चा होगी। आकस्मिक छोटी-मोटी चोट लग सकती है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपका दिन सामान्य रहेगा। आध्यात्मिक रूचियां, आस्था, धार्मिक रूझान का प्रतीक है और इस समय यही सब महत्वपूर्ण भी रहेगा। चूंकि फिलहाल आपके घर परिवार और प्रेमपक्ष में सहजता बनी हुई है, लिहाजा आप तन्त्र, मन्त्र, अलौकिक विषयों/विज्ञान के प्रति अपने भीतरी उन्माद को समर्पित रहेंगे। आपके हृदय की पवित्रता के प्रतिफल के रूप में ईश्वरीय अनुकम्पा का लाभ आपको मिलेगा। आप स्वयं को सुखानुभूति और प्रसन्नता में आकंठ डूबा हुआ महसूस करेंगे। प्रसन्नता का भाव बना रहेगा। ये सब आपकी निजी कामयाबी का हिस्सा है, जो वास्तव में महान है। व्यवसाय, कैरियर, कार्य में ठोस सफलता मिल सकती है, आर्थिक स्थिति भी सहज रहेगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आप सिर्फ काम में व्यस्त रहें, मौज मस्ती न करें, ऐसा ठीक नहीं है। मनोरंजन सामाजिक स्तर पर मिलना जुलना, पार्टी, खाना—पीना आपको व्यस्त रखेगा। सम्पर्क संचार और कम्प्यूटर महत्वपूर्ण रहेंगे। मन करेगा खूब अधिक कार्य करें, परन्तु किन्हीं कारणों से आलस्य आगे हो जायेगा। साथ ही दौरे, यात्राएं, सम्बन्ध, प्रौद्योगिकी, खोज यात्राओं का भी योग है। आप मजे या मनोरंजन के लिए यात्रा पर जा सकते हैं, लेकिन इन सबका जबर्दस्त लाभ आपको मिलेगा। रुपये—पैसे के मामले में ही नहीं, बल्कि बौद्धिकता के स्तर पर भी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आपका मौजूदा नजरिया फिलहाल कायम रहेगा। छोटे-मोटे विवाद, काम का दबाव, समस्याएं सिर उठाएंगी, लेकिन आप इन्हें पीछे छोड़ देंगे। एक अच्छे इंसान के रूप में आपका विकास और प्रगति जबर्दस्त रही है और ऐसी परिस्थितियां बनेंगी, जो इसे और प्रभावशाली बनाएंगी। व्यक्तिगत स्तर पर सन्तुष्टि का अनुभव होगा, सराहना और मान्यता प्राप्त होगी। वेतन-वृद्धि, प्रोन्नति, सुविधाएं, लाभ, सार्वजनिक स्तर पर प्रशंसा और पुरस्कारों के ठोस रूप में नतीजे सामने आएंगे। सौभाग्यवश इस समय वित्त सम्बन्धी कोई परेशानी नहीं होगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज व्यापार नौकरी के क्षेत्र में चल रहे प्रयास तो सफल होंगे ही, वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग से कार्य क्षेत्र का विस्तार भी होगा। आप अपना काम निकलवाने के लिए जोर लगाएंगे, दूसरों की मदद चाहेंगे, मोल-तोल करेंगे, ताकि सन्तोषजनक तरीके से हर काम पूरा हो सके। चुनौतियां जारी रहेंगी, लेकिन ये ही लाभ और प्रगति के अवसर जुटाएंगी। आप किसी अज्ञात, अलौकिक, रहस्य के पीछे भागेंगे और उसके बारे में जानना चाहेंगे। आप रचनात्मकता और नए विचारों से लबालब भरे होंगे। आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा और आप अपनी पहचान के लिहाज से खुद को साबित भी करेंगे।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज व्यक्तिगत तौर से आप राह की अड़चनों को दूर करने की जरूरत समझेंगे। घरेलू एवं पारिवारिक जरूरतों को पूरा करने सम्बन्धी सरोकार महत्वपूर्ण होंगे, पूर्व निर्धारित कार्यों में परिश्रम से सफलता मिलेगी। किसी नए कार्य में उतावलापन ठीक नहीं है। कारोबारी क्षेत्र में चल रहे प्रयास सफल होंगे। कोई नया अनुबंध लाभप्रद साबित होगा। दाम्पत्य जीवन में हल्का तनाव रहेगा। किसी नये कार्य को करने का अवसर प्राप्त होगा। परीक्षा में आंशिक सफलता मिलेगी। गर्म वस्तुओं का सेवन त्याग दें, तो अच्छा है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आविष्कारी तकनीकों, नई और साहसपूर्ण विधियों का लाभ मिलेगा। आप एक साथ कई गतिविधियों पर ध्यान देंगे। लापरवाही के कारण निराशा और दूसरी परेशानियां उठ सकती हैं। आप अपने कार्य में अत्यधिक व्यस्त रहेंगे, कुछ और सोचने का मौका नहीं मिलेगा। परिवार में सामान्य स्थितियाँ रहेंगी। सहकर्मियों से सहयोग की प्राप्ति होगी। किसी भी नई योजना की शुरूआत करने की तो सोचेंगे, पर किसी कारणवश टल जायेगी।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज किसी मित्र के सहयोग से व्यापार में लाभ की संभावना है। नौकरी -पेशा लोग उच्चाधिकारियों की उपेक्षा का शिकार हो सकते हैं। शक्ति, नैतिक समर्थन, मांगें, निर्देशन तथा प्रेरणा के लिए वापस परिवार, प्रियजन तथा जीवन साथी की ओर मुड़ेंगे। किसी मार्गदर्शक से बात होंगी। किसी नए काम के आरम्भ में कुछ आकस्मिक अड़चनों का सामना करना पड़ेगा। शेयर-बाजार एवं सट्टे से जुड़े व्यक्तियों की स्थिति सामान्य गुजरेगी। सामाजिक, राजनीतिक क्षेत्र में स्थिति सामान्य रहेगी। किसी बड़े महत्वपूर्ण कार्य की शुरूआत न करें। सहयोगी गण आपके ऊपर विशेष मेहरबान रहेंगे, पर दूरदर्शिता से काम लें, तो बेहतर होगा।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞*
🌤️ दिनांक – 19 सितम्बर 2024
🌤️ दिन – गुरूवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – द्वितीया रात्रि 12:39 तक तत्पश्चात तृतीया
🌤️ नक्षत्र – उत्तरभाद्रपद सुबह 08:04 तक तत्पश्चात रेवती
🌤️ योग – वृद्धि शाम 07:19 तक तत्पश्चात ध्रुव
🌤️ राहुकाल – दोपहर 02:04 से शाम 03:35 तक
🌤️ सूर्योदय -05:37
🌤️ सूर्यास्त- 06:03
👉 दिशाशूल – दक्षिण दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – द्वितीया का श्राद्ध,पंचक
💥 विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
👉🏻 श्राद्ध कराने का सामर्थ्य न हो तो यह विधि जरूर करे पित्र होगे संतुष्ट⤵️
🌷 श्राद्ध के दिन 🌷
🙏🏻 जिस दिन आप के घर में श्राद्ध हो उस दिन गीता का सातवें अध्याय का पाठ करें । पाठ करते समय जल भर के रखें । पाठ पूरा हो तो जल सूर्य भगवन को अर्घ्य दें और कहें की हमारे पितृ के लिए हम अर्पण करते हें। जिनका श्राद्ध है , उनके लिए आज का गीता पाठ अर्पण।
🌷 श्राद्ध कर्म 🌷
🌞 अगर पंडित से श्राद्ध नहीं करा पाते तो सूर्य नारायण के आगे अपने बगल खुले करके (दोनों हाथ ऊपर करके) बोलें :
🌞 “हे सूर्य नारायण ! मेरे पिता (नाम), अमुक (नाम) का बेटा, अमुक जाति (नाम), (अगर जाति, कुल, गोत्र नहीं याद तो ब्रह्म गोत्र बोल दे) को आप संतुष्ट/सुखी रखें । इस निमित मैं आपको अर्घ्य व भोजन कराता हूँ ।” ऐसा करके आप सूर्य भगवान को अर्घ्य दें और भोग लगायें ।
🌷 तुलसी 🌷
🌿 श्राद्ध और यज्ञ आदि कार्यों में तुलसी का एक पत्ता भी महान पुण्य देनेवाला है | पद्मपुराण (ऋषिप्रसाद – अक्टूबर २०१४ से )
🌷 श्राद्ध के लिए विशेष मंत्र 🌷
🙏 ” ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं स्वधादेव्यै स्वाहा । “
🌞 इस मंत्र का जप करके हाथ उठाकर सूर्य नारायण को पितृ की तृप्ति एवं सदगति के लिए प्रार्थना करें । स्वधा ब्रह्माजी की मानस पुत्री हैं । इस मंत्र के जप से पितृ की तृप्ति अवश्य होती है और श्राद्ध में जो त्रुटी रह गई हो वे भी पूर्ण हो जाती है।
🌷 श्राद्ध में करने योग्य 🌷
🙏 श्राद्ध पक्ष में १ माला रोज द्वादश मंत्र ” ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ” की करनी चाहिए और उस माला का फल नित्य अपने पितृ को अर्पण करना चाहिए।