10सितंबर मंगलवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष राशि: सामाजिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। दिन उत्साह भरा रहेगा। जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा कोई खुशखबरी मिल सकती है। पुरानी बात पता चल सकती है, जिससे खुशनुमा महसूस करेंगे। शाम को दोस्तों या परिवार के साथ समय बीताकर थकान दूर होने का अनुभव करेंगे। रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
वृष राशि:मेहनत के बेहतर परिणाम मिलेंगे। पर्यटन से जुड़े लोगों को धन लाभ होने के योग हैं। उर्जावान महसूस करेंगे। प्रेमी के साथ रिश्ते मधुर होंगे। खुद को किसी रचनात्मक काम में लगायेंगे। आर्थिक पक्ष काफी मजबूत रहेगा। आपके काम से अधिकारी वर्ग खुश होंगे। परिवार में सुख शांति बनी रहेगी।
मिथुन राशि: एकाग्रता से किया गया काम सफल होगा। प्रेमी के लिये दिन बढ़िया है। अपने साथी से कोई उपहार भी मिल सकता है। नौकरीपेशा वाले लोगों को अधिकारियों से मदद मिल सकती है। कोई नया काम शुरू करने की भी सोच सकते है। छोटे उद्योग वाले लोगों को मुनाफा होगा। सेहत अच्छी बनी रहेगी।
कर्क राशि:पैसों के मामले में लोगों पर जरूरत से ज्यादा भरोसा नहीं करें। नुकसान हो सकता है। किसी को उधार देने से पहले सोच-विचार करना बेहतर रहेगा। रूके हुए काम पूरे हो सकते हैं। नये कार्यों की शुरुआत करने से बचें। खर्चो पर थोड़ा लगाम लगा के रखें। आदतों में कुछ बदलाव करने की जरूरत है। सेहत सामान्य रहेगी।
सिंह राशि: पहले से चली आ रही समस्याओं का समाधान निकल सकता है, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। सबकी नजरों में अच्छे बने रहेंगे। परिवार में धार्मिक कार्य की योजना बन सकती है। रिश्तों के मामले में भाग्यशाली रहेंगे। दूसरों की मदद करने का मौका मिल सकता है। करोबार में आ रही सारी परेशानियां दूर होंगी।
कन्या राशि: कारोबार को बढ़ाने के लिये नये अवसर मिलेंगे। उधार दिया हुआ पैसा वापस मिलेगा। जीवनसाथी के साथ विचार साझा करने पर रिश्तों में सकारात्मकता आयेगी। कामकाज में बढ़ोतरी होगी। किसी अनजान व्यक्ति से अच्छी सलाह मिल सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है।
तुला राशि:ध्यान पुराने कार्य को पूरा करने में लगा रह सकता है। कार्यालय में किसी काम को लेकर थोड़ा विचार-विमर्श करना पड़ सकता है। छात्रों का दोस्तों के साथ मेल-जोल बढ़ सकता है। कुछ लोग जलन की भावना रख सकते हैं। कोई भी फैसला सोच समझ कर लें। रूके हुए सारे काम पूरे होंगे। कर्ज से मुक्ति‍ मिलेगी।
वृश्चिक राशि:जो भी काम शुरू करेंगे, उसे कम समय में पूरा कर लेंगे। आपकी कल्पना शक्ति लक्ष्य प्राप्ति में सहायता कर सकती है। मानवीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किया गया कार्य फायदेमंद रहेगा। लेन-देन के लिये दिन अच्छा है। जीवन में लोगों का सहयोग बना रहेगा। सब कुछ मन मुताबिक होगा।
धनु राशि:कामकाज से जुड़ी कोई अच्छी खबर मिलेगी। सोचे हुए कार्य पूरे होंगे। किसी समारोह में ऐसे व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है, जो आपके लिए बहुत खास साबित होगा। कारोबार बढ़ाने के लिये किसी दूसरे व्यक्ति से बेहतर सुझाव मिलेंगे। सुबह योग करें। खुद को चुस्त दुरुस्त महसूस करेंगे।
मकर राशि: दिन पहले की अपेक्षा अच्छा रहेगा। परिवार वालों के साथ पिकनिक आदि का प्लान बना सकते हैं। जीवनसाथी के साथ किसी विषय पर लंबी बातचीत हो सकती है। दोस्तों के साथ मूवी देखने की प्लानिंग भी बना सकते हैं। अविवाहित को विवाह का प्रस्ताव मिलेगा। प्रेमी साथी के बारे में घर पर बता सकते हैं।
कुंभ राशि: कारोबारियों को लाभ होगा। छात्रों के लिए दिन बढ़िया है। करियर में कोई बड़ी सफलता हासिल होगी। किसी जरूरी काम को पूरा करने की सोच रहे हैं, तो वह पूरा हो जाएगा। विवाहितों के लिए दिन अच्छा है। आर्थिक स्थिति पहले की अपेक्षा बेहतर होगी। किस्मत का पूरा सहयोग मिलेगा।
मीन राशि:मन में किसी बात को लेकर उत्साह रह सकता है। कार्यक्षेत्र में अचानक काम का दबाव बढ़ सकता है। काम पूरा करने के लिये शायद पर्याप्त समय ना मिल पाये। परेशान होने के बजाय धैर्य बनाये रखना चाहिए। अविवाहित की किस्मत चमक सकती है। थकान बढ़ सकती है।
*🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞*
🌤️  *दिनांक – 10 सितम्बर 2024*
🌤️ *दिन –  मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2081*
🌤️ *शक संवत -1946*
🌤️ *अयन – दक्षिणायन*
🌤️ *ऋतु – शरद ॠतु*
🌤️ *मास – भाद्रपद*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – सप्तमी रात्रि  11:11 तक तत्पश्चात अष्टमी*
🌤️ *नक्षत्र – अनुराधा रात्रि 08:04 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा*
🌤️ *योग – विष्कंभ रात्रि 12:031 तक तत्पश्चात प्रीति*
🌤️ *राहुकाल – शाम 03:41 से शाम 05:13 तक*
🌤️ *सूर्योदय -05:35*
🌤️ *सूर्यास्त- 06:04*
👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण -गौरी-आवाहन*
💥 *विशेष – *सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
         
👉🏻 *11 सितम्बर को राधाष्टमी महालक्ष्मी व्रत आरंभ सब कुछ देने मे समर्थ करले यह कार्य चूकना मत*⤵️

🌷 *बुधवारी अष्टमी* 🌷
➡ *11 सितम्बर 2024 बुधवार को (सूर्योदय से रात्रि 11:46 तक) बुधवारी अष्टमी है ।*
👉🏻 *मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि*
🙏🏻 *सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।*
🙏🏻 *इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है। (शिव पुराण, विद्यश्वर संहिताः अध्याय 10)*
         
🌷 *राधा अष्टमी* 🌷
🙏🏻 *11 सितम्बर, बुधवार को श्रीराधा अष्टमी है। जन्माष्टमी के पूरे 15 दिन बाद ब्रज के रावल गांव में राधा जी का जन्म हुआ । भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधाष्टमी व्रत रखा जाता है। पुराणों में राधा और रुक्मिणी को एक ही माना जाता है। जो लोग राधा अष्टमी के दिन राधा जी की उपासना करते हैं, उनका घर धन संपदा से सदा भरा रहता है।*
➡ *पुराणों के अनुसार राधा अष्टमी*
🙏🏻 *स्कंद पुराण के अनुसार राधा श्रीकृष्ण की आत्मा हैं। इसी कारण भक्तजन सीधी-साधी भाषा में उन्हें ‘राधारमण’ कहकर पुकारते हैं।*
🙏🏻 *पद्म पुराण में ‘परमानंद’ रस को ही राधा-कृष्ण का युगल-स्वरूप माना गया है। इनकी आराधना के बिना जीव परमानंद का अनुभव नहीं कर सकता।*
🙏🏻 *भविष्य पुराण और गर्ग संहिता के अनुसार, द्वापर युग में जब भगवान श्रीकृष्ण पृथ्वी पर अवतरित हुए, तब भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन महाराज वृषभानु की पत्नी कीर्ति के यहां भगवती राधा अवतरित हुई। तब से भाद्रपद शुक्ल अष्टमी ‘राधाष्टमी’ के नाम से विख्यात हो गई।*
🙏🏻 *नारद पुराण के अनुसार ‘राधाष्टमी’ का व्रत करनेवाला भक्त ब्रज के दुर्लभ रहस्य को जान लेता है।*
🙏🏻 *पद्म पुराण में सत्यतपा मुनि सुभद्रा गोपी प्रसंग में राधा नाम का स्पष्ट उल्लेख है। राधा और कृष्ण को ‘युगल सरकार’ की संज्ञा तो कई जगह दी गई है।*
              
🌷 *घर में सदैव आर्थिक परेशानी रहती है तो* 🌷
🙏🏻 *स्कंदपुराण और दूसरे ग्रंथों में बात आयी है कि जिन लोगों के घर में सदैव आर्थिक परेशानी रहती है उनके लिए भाद्र शुक्ल अष्टमी (11 सितम्बर, बुधवार) के दिन से लेकर आश्विन कृष्ण अष्टमी  माने 24 सितम्बर, मंगलवार तक महालक्ष्मी माता का पूजन विधान स्कंदपुराण, आदि ग्रंथो में बताया गया है और इस सरल विधान के अनुसार 11 सितम्बर से 24 सितम्बर तक नित्य प्रात: लक्ष्मी माता का सुमिरन करते हुए – ॐ लक्ष्‍मयै नम: ॐ लक्ष्‍मयै नम: ॐ लक्ष्‍मयै नम: मंत्र का 16 बार प्रति दिन जप करें और फिर लक्ष्मीमाता का पूजन करते हुए एक श्लोक पाठ करें  । इससे समय, शक्ति खर्च नहीं होगी उल्टा  पुण्य भी  बढ़ेगा | श्लोक इस प्रकार है-*
🌷 *धनं धान्यं धराम हरम्यम, कीर्तिम आयुर्यश: श्रीयं,*
*दुर्गां दंतीन: पुत्रां, महालक्ष्मी प्रयच्‍छ मे ‘*
*”ॐ श्री महालक्ष्मये नमः” “ॐ श्री महालक्ष्मये नमः”*

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