वाराणसी-पटना-हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर जनहित के लिए महत्वपूर्ण परियोजना: डीएम
अनूप कुमार सिंह
पटना: नेशनल हाई स्पीड रेल कोर्पोरेशन लिमिटेड ने बुधवार को वाराणसी-पटना-हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया। राजधानी पटना के समाहरणालय स्थित सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में नेशनल हाई स्पीड रेल कोर्पोरेशन लिमिटेड, नई दिल्ली के संयुक्त महाप्रबंधक ने परियोजना के विभिन्न तथ्यों व आयामों को रखा। पर्यावरण और सामाजिक सुझाव के लिए आयोजित इस जिला-स्तरीय सार्वजनिक जन परामर्श में परियोजना का विवरण व पृष्ठभूमि, मुख्य विशेषताएं, संरेखण, सर्वेक्षण, सामाजिक प्रभाव का अध्ययन, पर्यावरण प्रभाव आकलन, कार्य प्रणाली सहित विभिन्न बिन्दुओं के बारे में विस्तार से बताया गया।
इसमें जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, उप विकास आयुक्त, तनय सुल्तानिया, सभी अपर जिला दण्डाधिकारीगण, जिला स्तरीय पदाधिकारीगण, कर्मीगण व अन्य भी उपस्थित थे। हाई स्पीड रेल कोर्पोरेशन लिमिटेड के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि रेल मंत्रालय ने 7 हाई स्पीड रेल कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का काम राष्ट्रीय हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड को सौंपा है। वाराणसी-पटना-हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर (वीपीएचएचएसआर) लगभग 799.293 किलोमीटर लम्बा है। यह उच्च प्राथमिकता वाली एचएसआर परियोजनाओं में से एक है। जो वाराणसी से शुरू होकर हावड़ा तक होगी। यह चार राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड तथा पश्चिम बंगाल के 18 जिलों से होकर गुजरेगा। प्रस्तावित स्टेशनों की संख्या 13 है। परिचालन गति 320 किलोमीटर प्रति घंटा है। पटना जिले के पाँच तहसीलों- दानापुर, फुलवारीशरीफ, सम्पतचक, मसौढ़ी व बिक्रम- में इसका प्रसार होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि वाराणसी-पटना-हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर जनहित की एक महत्वपूर्ण परियोजना है। इसके लिए क्रियान्वयन एजेंसी को सभी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। संबंधित अनुमंडल पदाधिकारियों, अपर समाहर्ता, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया गया है।