शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम के साथ पारा शिक्षकों का वार्ता जारी,वेतनमान एवम राज्यकर्मी का दर्जा सहित कई मांगों पर हो रहा विचार
रांची: झारखंड में पारा शिक्षकों की मांगें पिछले कई वर्षों से चली आ रही है। हर बार इन लोगों को आश्वासन मिलता है। वर्तमान में इनकी संख्या करीब 60 हजार के करीब है। हेमंत सोरेन की सरकार ने पारा शिक्षकों को मांगें पूरी करने का भरोसा दिया था। इसी उम्मीद से सोमवार को हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में स्कूली शिक्षा एवम साक्षरता मंत्री बैद्यनाथ राम के साथ पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल के सत्य वार्ता चल रही है। यह वार्ता कई दौर में चली है। पारा शिक्षकों के साथ जेएमएम विधायक सुदीप्त कुमार सोनू और नमन विक्सल कोंगाडी हैं।
पारा शिक्षकों की दस मांगें है। उसमे मुख्य रूप वेतनमान एवम राज्यकर्मी का दर्जा,ईपीएफ की सुविधा ,जैक द्वारा आयोजित आकलन परीक्षा में त्रुटिपूर्ण उत्तर का संशोधन,सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली में संशोधन, सेवानिवृत्त 65 वर्ष करने की मांग, आकलन परीक्षा एवम सीटेट को जेटेट के समतुल्य लाभ देने की मांग सहित दस मांगें है। वर्तमान में पारा शिक्षकों में
टेट पास को 21800 रुपए,ट्रेंड शिक्षकों को 17500 रुपए और अनट्रेंड शिक्षकों को 10000 रुपए मिल रहा है।
पारा शिक्षकों ने बताया कि मंत्री बैद्यनाथ राम के साथ हमलोगों की पहली बार वार्ता हो रही है।
इससे पहले पूर्व की रघुवर सरकार में शिक्षा मंत्री नीरा यादव से वार्ता हुई थी। दो से ढाई सौ रुपए मानदेय में बढ़ोतरी हुई थी। लेकिन बढ़ती महंगाई में इससे संतुष्ट नहीं है।
पारा शिक्षकों ने बताया कि दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ 11.12.2021 एवम 14.12.2021 को एक हाईलेवल बैठक हुई थी। जिसमे तत्काल एक साथ नियामवली बनी। उस बैठक में विधायक सुदीप्त कुमार सोनू भी थे। उन्होंने भी भरोसा दिया था। बैठक में सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली 2021 पारित किया गया था। जिसमे तत्काल सभी सहायक अध्यापकों के वर्तमान मानदेय में पचास प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। उन्होंने वादा किया था कि वेतनमान लागू कराया जायेगा। सीएम हेमंत सोरेन ने भी आश्वासन दिया था। लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ। उसके बाद करोना आ गया और शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का निधन हो गया।
पारा शिक्षकों ने कहा कि हम लोग पिछले बीस सालों से काम कर रहे हैं।
सीएम हेमंत सोरेन ने भी वादा किया था कि वेतनमान देंगे और हम लोगों को पूरी आस है कि मांगें पूरी होगी।
ट्रेंड शिक्षक को दस हजार,टेट टीचर्स को 22हजार रुपए मिल रहा है।
यहां से अच्छा तो बिहार के पारा शिक्षकों को वेतन मिल रहा है।
पारा शिक्षक से हम लोगों को सहायक शिक्षक नाम दे दिया। लेकिन इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
प्रतिनिधियों में संजय दुबे,बिनोद बिहारी महतो, सिंटू प्रदूमन कुमार सिंह,सुमन कुमार सिंह,नरोत्तम सिंह मुंडा,भागवत तिवारी,विकास कुमार,शकील अहमद सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
वहीं खबर लिखे जाने तक पारा शिक्षकों का शिक्षा मंत्री के साथ वार्ता जारी है।