शोषित और वंचित वर्गों के उत्थान में बाबासाहेब की भूमिका अहम:- सकलदीप
खूंटी: श्योर सक्सेस कोचिंग सेंटर में रविवार को भारतीय संविधान के निर्माता तथा ज्ञान के प्रतीक डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती को धूमधाम से मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरुआत उनके चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर की गई। मौके पर संस्थान के निदेशक सकलदीप भगत ने छात्र छात्राओं को अपने संबोधन में कहा बाबासाहेब एक लोकप्रिय समाज सुधारक, अर्थशास्त्री व राजनीतिज्ञ तथा संविधान निर्माता थे। एक दलित परिवार में जन्म लेने के कारण उनको समाज तथा स्कूल में छुआछूत का सामना करना पड़ा उसके बावजूद अपनी पढ़ाई के दम पर उनके पास 32 डिग्रियां थी साथ ही वे लगभग 9 भाषाओं के ज्ञाता थे। इसी कारण उन्हें सिंबल ऑफ नॉलेज के नाम से भी जाना जाता है। मरणोपरांत उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। सभी छात्र छात्राओं को उनके जीवन को आत्मसात करके सभी समस्याओं को दरकिनार करते हुए बेहतर शिक्षा ग्रहण कर देश का नाम रोशन करना चाहिए। शोषित और वंचितों के उत्थान और समरस समाज के निर्माण हेतु उनका योगदान हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।।
मौके पर उपस्थित विद्यार्थियों ने बाबा साहेब के द्वारा किए गए बेहतर कार्यों का अनुसरण करने की बात कही।