सर पर लोकसभा चुनाव,झामुमो विधायक बैद्यनाथ राम नाराज,क्या होगा गठबंधन के प्रत्याशियों का…

रांची: झामुमो विधायक दल की शुक्रवार को हुई बैठक में पार्टी से नाराज चल रहे लातेहार विधानसभा क्षेत्र से झामुमो विधायक बैद्यनाथ राम नहीं पहुंचे। उनकी अनुस्थिति से कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। चंपई सोरेन मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें मंत्री बनाने की सूची में नाम आने के बाद भी उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। इससे विधायक बैद्यनाथ राम के मन में गहरा धक्का लगा है। उस समय उन्होंने गुस्से में आकर मीडिया में पार्टी छोड़ने की भी बात कह दिया था। उसके बाद सीएम चंपई सोरेन ने विधायक को जल्द ही मंत्री बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन वह समय भी बीत गया और अबतक उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। उसके बाद से ही विधायक ने पार्टी से दूरी बनाया है। पार्टी के कोई भी कार्यक्रम या बैठक में शामिल नहीं होने का मन बना लिया है।
वहीं जानकारों की मानें तो अति पिछड़ी जाति से आने वाले विधायक बैद्यनाथ राम लातेहार में ही नहीं पूरे झारखंड की जनता के बीच बेहतर पकड़ है। पूर्व में भाजपा सरकार में स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्री मंत्री रह चुके हैं।
चंपई सोरेन सरकार में अति पिछड़ी जाति से एक भी मंत्री नहीं है। ऐसे में इस बार उनका नाम सूची में डालने के बाद मंत्री नहीं बनाए जाने से राज्य के अति पिछड़ी जाति में चंपई सोरेन सरकार के प्रति आक्रोश है।
लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे पर भाजपा गठबंधन सरकार को घेर सकती है। वहीं विधायक बैद्यनाथ राम की पार्टी से नाराजगी भी चुनाव में गठबंधन के प्रत्याशी पर प्रभाव पड़ सकता है।
वहीं नाराजगी की बात पर झामुमो विधायक झामुमो विधायक बैद्यनाथ राम ने कहा कि अपलोग सब जानते हैं। जब मुझे मंत्री नहीं बनना था तो मंत्रियों की सूची में मेरा नाम क्यों दिया गया। यह मेरा नहीं पिछड़ी जाति समाज का अपमान है।

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