पप्पू के दबाव में मिला तारिक़ को टिकट!
फटना। कांग्रेस ने 9 सीट में दो मुसलमान को टिकट दिया है.ख़ुशी से नहीं,मज़बूरी में.वैसे दोनों क़द्दावर नेता हैं.उनके क़द का बिहार कांग्रेस में कोई नेता नहीं है.तारिक़ अनवर राष्ट्रीय महासचिव हैं और डॉ.मोहम्मद जावेद सीईसी(कांग्रेस चुनाव समिति के सदस्य)के साथ राष्ट्रीय सचिव हैं.किशनगंज के सिटिंग एमपी हैं.2019 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो गया था तो डॉ.मोहम्मद जावेद ने इकलौता जीत दर्ज कर लाज बचाई थी.लालू की पार्टी भी तब घोलट गयी थी.जावेद को टिकट देना ही था.ख़ुशी से नहीं,मज़बूरी में.रही बात तारिक़ अनवर की तो इनका पत्ता साफ हो चुका था.भाग्य से पप्पू यादव प्रकरण हो गया.सीमांचाल के चार ज़िले किशनगंज,अररिया,पूर्णिया,
कटिहार में केवल किशनगंज से मुस्लिम को टिकट देना इंडिया गठबंधन के लिए मेसेज अच्छा नहीं जाता.किशनगंज में मुसलमान को ही टिकट देना है.यह गिनती में नहीं है.भाजपा भी यहां मुसलमान(शाहनवाज़ हुसैन)को लड़ाती है और जदयू भी मुसलमान को ही टिकट देता है.
कांग्रेस को किशनगंज और कटिहार सीट मिली है.पूर्णिया और अररिया राजद के खाते में है.अररिया में सरफ़राज आलम पर तलवार लटकी हुई है.पूर्णिया में पप्पू के साथ खेला हो गया है.अगर तारिक़ अनवर को भी टिकट नहीं मिलता तो महागठबंधन अपने कोर वोटर(मुस्लिम)को क्या मुंह दिखाता!पप्पू यादव प्रकरण से कांग्रेस पर भारी दबाव बना.इसी को कहते हैं बिल्ली के भाग्य से छींका टूटना.दूसरी बात यह हुई कि दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रशान्त किशोर के साथ तारिक़ अनवर ने मंच शेयर किया.यह भी कांग्रेस पर दबाव का कारण बना और मज़बूरी में तारिक़ अनवर का नाम घोषित करना पड़ा.बिहार कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर रस्साकशी बहुत पुरानी बात है.मंत्रिमंडल में दो मुस्लिम मंत्री की जगह एक ही मंत्री बनाया गया था.हालिया एमएलसी चुनाव में कांग्रेस की तरफ़ से विधान परिषद में एक मुसलमान के जाने का मार्ग लगभग प्रशस्त दिख रहा था तो चौथी सीट भी राजद के खाते में डाल दी गयी.जबकि,अंकगणित के हिसाब से एक माले और एक कांग्रेस के खाते में सीट जानी थी.माले को तो एक सीट मिली मगर कांग्रेस ख़ाली हाथ रह गयी.वैसे,कांग्रेस का मुस्लिम नेतृत्व दब्बू है और पार्टी पर एक विशेष जाति का दबदबा है.तारिक़ अनवर को पप्पू यादव का शुक्रिया अदा करना चाहिए.पप्पू प्रकरण ने उन्हें चुनावी राजनीति में पुनःभाग्य आज़माने का मौक़ा प्रदान कर दिया है.