हेमंत सरकार की मुश्किलें15 के बाद बढ़ सकती है !
रांची:मकर संक्रांति यानी 15 जनवरी के बाद हेमंत सोरेन सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है। यही नहीं उनके कई अधिकारियों के लिए मुसीबतों से भरा हो सकता है। अटकलें इसलिए ज्यादा लग रही है, क्योंकि हेमंत सोरेन को 8वां समन जारी हो गया है और चेतावनी भरे लहजे में मुख्यमंत्री को समन के जरिए ईडी ने ये संकेत दे दिये हैं, नाफरमानी उनके लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है।
जानकार बताते हैं कि अगर पेशी के लिए हेमंत जायेंगे, तो शायद कुछ महीनों की मुख्यमंत्री को मोहलत और मिल जाये, लेकिन अगर वो इस बार भी नाफरमानी कर हाजिर नहीं हुए, तो निश्चित ही गिरफ्तारी हो सकती है। ईडी ने हेमंत सोरेन से अब तक पूछताछ के लिए नहीं आने का कारण पूछा है। हेमंत सोरेन से इस मामले में जवाब देने के लिए एक 16 से 20 जनवरी तक का समय दिया है। ईडी ने सीएम को 16 से 20 जनवरी तक इस पत्र का जवाब देने के साथ हाजिर होने को कहा है।16 से 20 जनवरी तक या तो खुद आएं या ईडी को उनके पास आना पड़ेगा।
अवैध खनन मामले को लेकर ईडी ने तीन जनवरी को बड़े पैमाने पर छापेमारी की थी। तकरीबन 14 घंटे की मैराथन छापेमारी रांची में चार, साहिबगंज के पांच, देवघर के एक, राजस्थान के दो और कोलकाता के एक ठिकाने पर हुई थी। छापेमारी साहिबगंज के उपायुक्त के ठिकाने पर भी हुई थी, जिसमें 8 लाख नकद और पिस्टल की गोलियां मिली थी। इस छापेमारी के बाद ईडी ने साहिबगंज के डीसी को तलब किया था, लेकिन वो हाजिर नहीं हुए थे। जिसके बाद ये कहा जा रहा है कि जल्द ही उन्हें फिर से समन जारी किया जायेगा।