झारखण्ड उलगुलान संघ की हुई बैठक,कई मुद्दे पर चर्चा
खूंटी:झारखण्ड उलगुलान संघ की विशेष बैठक मंगलवार को पंचायत भवन, डुडरी, मुरहू में संयोजक अलेस्टेयर बोदरा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों ने पेशा कानून आधारित नियमावली निर्माण हेतु टी. ए. सी के सभी सदस्यों को सौंपे जाने वाले सुझाव को अंतिम रूप दिया। अगले माह के प्रथम सप्ताह में सभी सदस्यों को सुझाव सौंपने का निर्णय लिया गया।
बैठक में आदिवासी एकता और समरसता पर किये जा रहे हमले को राजनीतिक षडयंत्र का हिस्सा बताते हुए कहा कि इस षडयंत्र का बीज पिछली भाजपा सरकार के दरम्यान में धार्मिक स्वतंत्रता के मूलभूत संविधानिक अधिकार विरोधी “धर्म स्वातंत्रय अधिनियम-2017” के रूप में बोया गया था, जिसे आज डीलिस्टिंग के नाम से फायदा उठाने का प्रयास किया जा रहा है। आदिवासी समाज इस षडयंत्र को कभी सफल नहीं होने देगी।
झारखण्ड उलगुलान संघ भी पूरी तत्परता और तैयारी के साथ आदिवासी एकता एवं समरसता को बनाए रखने को लेकर कमर कस चुकी है, इसी क्रम में, डोम्बारी शहीद दिवस 9 जनवरी 2024 के दिन संविधान विरोधी धर्म स्वातंत्रय अधिनियम -2017 को निरस्त करने को लेकर वीर शहीद बिरसा मुंडा की प्रतिमा, खूँटी के समक्ष एक दिवसीय धरना कार्यक्रम से शुरूआत किया जाएगा।
बैठक में मसीहदास गुड़िया, सुबोध पुर्ती, जोन जुरसन गुड़िया, निरल तोपनो, निकोलस सुरीन एवं बलका मुंडा मुख्य रूप से उपस्थित थे।