माँ भगवती के दरबार में परंपरागत ढंग से हुई आषाढ़ी पूजा
रजरप्पा, चितरपुर: रजरप्पा स्थित माँ छिन्नमस्तिका मंदिर में गुरुवार को पुरे हर्षोल्लास व पारम्परिक रूप से आषाढ़ी पूजा मनाया गया। इस दौरान विशेष पूजा अर्चना व श्रृंगार का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर माँ भगवती को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाकर माँ भगवती से आशीर्वाद मांगी गई। पूजा अर्चना के दौरान पारंपरिक ढोल नगाड़े व झांझर की मधुर ध्वनि मंदिर प्रक्षेत्र में गूंजती रही।
डेढ़ घन्टे तक हुई विशेष पूजा
हर वर्ष की तरह इस साल भी आयोजित आषाढ़ी पूजा पुरे पारंपरिक ढंग व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न हुई। दिन के 12 बजे पूजा की शुरुआत की गई। मंदिर के पुजारी पारंपरिक गाजे बाजे के साथ मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना शुरू की। सबसे पहले गंगा जल के अलावे कई प्रकार के अन्य द्रव्यों से माँ भगवती का विशेष स्नान कराया गया। इसके बाद गुलाब, कमल समेत दो दर्जन फूलों से माता का श्रृंगार किया गया। पूजा अर्चना के दौरान 56 प्रकार के व्यंजनों से माँ भगवती को भोग लगाया गया। आरती के बाद प्रसाद का भी वितरण किया गया, जहां सैकड़ो भक्तों ने कतारबद्ध होकर प्रसाद ग्रहण किया।
बेहतर उपज की होती है कामना
आषाढ़ी पूजा के बारे में मंदिर न्यास समिति के असीम पंडा व सुभाशीष पंडा ने बताया की यह पूजा प्रतिवर्ष की जाती है। पूजा कर माँ छिन्मस्तिका से बेहतर फसल की उपज की कामना की गई। साथ ही देश, राज्य व समाज की तरक्की, सुख-शांति की कामना की जाती है । मौके पर अजय पंडा, अशेष पंडा, लोकेश पंडा, पप्पू पंडा, गुड्डू पंडा, छोटू पंडा, सुबोध पंडा, ब्रजेश पंडा, अंबुज पंडा,सेतु पंडा, बापी पंडा, राकेश पंडा, दीपक पंडा, विप्लव पंडा सहित कई मौजूद थे।