पुल टूटने के लिए पहली और दूसरी बार नीतीश ही जिम्मेदार : सुधाकर सिंह
पटना : भागलपुर में अगुवानी घाट पुल के ढहने के बाद से बिहार में सियासत तेज है। भाजपा और महागठबंधन के नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच, राजद के विधायक सुधाकर सिंह ने बड़ा बयान देते हुए पुल गिरने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है।
राजद विधायक सुधाकर सिंह ने बुधवार को नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि पहले भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही पुल ढहा था और दूसरी बार भी उन्हीं के नेतृत्व में पुल गिरा है, इसलिए वो ही इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अपनी विफलता स्वीकार करनी चाहिए। उन्हें राज्य का मुखिया होने के नाते स्वीकार करना चाहिए कि उनके नेतृत्व में बिहार में ठीक से काम नहीं हो रहा है। राज्य का मुखिया अगर विफलता स्वीकार करता है तब भी उसके लिए दंड का कोई प्रावधान नहीं है।
राजद विधायक ने कहा कि फिर भी नीतीश कुमार प्रधान सचिव को बलि का बकरा बना रहे हैं, क्योंकि सत्ता में बैठे लोग नीतीश की आंख में आंख डालकर बात नहीं कर सकते हैं। जबकि ये राज्य सरकार की विफलता है। अगर प्रधान सचिव विफल रहे हैं तो ये भी मुख्यमंत्री की ही विफलता है। उन्होंने कहा कि प्रधान सचिव की नियुक्ति भी तो मुख्यमंत्री ने ही की है। बिहार की जनता सब देख रही है, सही समय आने पर वह नीतीश कुमार को जवाब देगी।
साफगोई के लिए तेजस्वी को बधाई
जब उनसे पूछा गया कि आपके नेता तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ खड़े हैं और आप खिलाफ, ऐसा क्यों? इसके जवाब में सुधाकर सिंह ने कहा, मैं तेजस्वी यादव को बधाई देता हूं कि उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कंपनी को पुल का ढांचा तोड़कर फिर से बनाना होगा, उसी खर्च पर जो सरकार ने उसे दिया है। हम इसलिए कह रहे हैं। चूंकि हमारी जिम्मेदारी 243 सीटों के लिए है। 243 में से एक सदस्य में भी हूं, इसलिए कह रहा हूं।