केंद्र सरकार का यह अध्यादेश देश की आजादी के ऊपर वार है: केजरीवाल
दिल्ली,पंजाब और झारखंड के सीएम ने संयुक्त से से की पीसी
रांची: केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गैर भाजपा शासित राज्यों में जाकर वहां के सीएम से इस अध्यादेश के विरोध में समर्थन की मांग कर रहे हैं। राज्यसभा में इस बिल के खिलाफ आवाज बुलंद करने की अपील की है। इसी कड़ी में बीते गुरुवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान सहित आप पार्टी के सांसद और मंत्री झारखंड पहुंचे। शुक्रवार को कांके स्थित सीएम आवास में सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात हुई। काफी देर तक तीनों सीएम की बंद कमरे में बातचीत के बाद तीनों ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया।
मीडिया से बात करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार गैर भाजपा शासित प्रदेशों के सीएम के साथ भेदभाव करती है। दिल्ली सरकार के खिलाफ अध्यादेश लाया गया। दिल्ली सरकार इस अध्यादेश का विरोध करती है और पूरे देश में गैर भाजपा शासित राज्यों के सीएम और राज्यसभा सांसदों से मदद की अपील करती है। उन्होंने कहा कि यह अध्यादेश देश की आजादी के ऊपर वार है। जनता को गुलामी की ओर धकेलने वाला यह अध्यादेश है।
वहीं पंजाब के सीएम भगवान मान ने कहा कि हम लोग कोई पर्सनल बात करने नहीं आए हैं। भाजपा लगातार देश में लोकतंत्र की हत्या कर रही है। विपक्षी पार्टी होने के नाते इसको बचाना हम सभी का कर्तव्य है।उन्होंने दिल्ली में पहलवानों के धरना प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि मेडल जीतने वाले खिलाड़ी आज सड़कों पर है,उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है,वे अपना मेडल गंगा में विसर्जित कर रहे हैं। यदि ऐसा ही रहा तो देश के ने खिलाड़ियों का हौसला काम हो जायेगा। उन्होंने कहा कि आप पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा आंदोलन की पार्टी है। दोनों को मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करना होगा।
हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार का रवैया गैर भाजपा शासित राज्यों के प्रति अच्छी नहीं है।
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि इस लोकतंत्र में आम नागरिकों के साथ साथ,विधायक,सांसद,मंत्री, मुख्यमंत्री की अहम भूमिका है। केंद्र सरकार गैर भाजपा शासित प्रदेशों के साथ अन्याय करती है। इसके लिए हम लोगों को एक जुट होना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले लोकतंत्र का मंदिर संसद के नए भवन का उद्घाटन हुआ। उसी दिन हमारे देश के लिए मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के ऊपर पुलिस की बरबतापूर्ण कार्रवाई हुई है,यह लोकतंत्र का अपमान है। वहीं अध्यादेश पर कहा कि इस मुद्दे पर वे पार्टी प्रमुख शिबू सोरेन और पार्टी के नेताओं से विचार विमर्श करेंगे।
वहीं राजनीतिक जानकारों की मानें तो केजरीवाल अध्यादेश के बहाने विपक्ष को एक जुट करने की मुहिम चला रहे हैं। पिछले दिनों बिहार के सीएम नीतीश कुमार को झारखंड से निराशा हाथ लगी है। इसके बाद केजरीवाल ने इस मुहिम को आगे बढ़ाया है।