सामाजिक नवजागरण के अग्रदूत एवं समतामूलक समाज के निर्माता थे डॉ अम्बेडकर: डॉ अजीत कुमार सिन्हा
रांची: रांची विश्वविद्यालय की एन एस एस इकाई के तत्वावधान में शुक्रवार को भारत रत्न , बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर की 132 वीं जयंती समारोह आर यू के शहीद स्मृति सभागार (केंद्रीय पुस्तकालय ) में आयोजित की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ एन एस एस लक्ष्य गीत के साथ दीप प्रज्वलन डॉ अजीत कुमार सिन्हा, कुलपति, राँची विश्वविद्यालय, एन एस एस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार, शशांक शेखर सिन्हा ने किया।
अपने संबोधन में कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि सामाजिक नवजागरण के अग्रदूत एवं समतामूलक समाज के निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर रहें हैं।उन्होंने सम्पूर्ण जीवन संघर्ष एवं भेदभाव पूर्ण रहा, फिर भी उन्होंने शिक्षा की 32 उपाधि ली।उन्होंने कहा कि दुनिया के 109देशों में आज बाबासाहेब की जयंती मनाया जा रहा है जो विश्व के किसी महापुरुष को इतनी उपलब्धि नही मिली है।उन्होंने कहा कि डॉ अम्बेडकर ने देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हुए एवं स्वतंत्र भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने के लिए संविधान निर्माण में अतुल्य भूमिका निभाई।उन्होंने कहा कि डॉ आंबेडकर जी की अध्यक्षता में दुनिया का सबसे लम्बा लिखित संविधान संविधान सभा द्वारा किया गया था।उनकी जयंती जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न जैसे सामाजिक बुराइयों में लड़ने में न्यायविद के समर्पण को याद करने के लिए मनाया जाता है।उन्होंने एन एस एस के स्वयंसेवकों से जात – पात, छुआछूत के विरुद्ध जनजागरण चलाने का आह्वान किया।उन्होंने एन एस एस स्वयंसेवकों के लिए ग्रीष्मावकाश में समर एडवेंचर शिविर आयोजित करने की अपनी सहमति प्रदान की।
एन एस एस के आर यू के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि बाबासाहेब का मूलमंत्र शिक्षित बनों, संघर्ष करों एवं संगठित रहो जो आज भी प्रासंगिक है।उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता को लेकर एन एस एस के स्वयंसेवकों द्वारा कैंपस टू कम्युनिटी अभियान चलाया जाएगा।
कार्यक्रम को एन एस एस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ शशांक शेखर सिन्हा,डॉ निमिल किशोर, एन एस एस के टीम लीडर्स दिवाकर आनंद, दीक्षा कुमारी, आस्था दीप एवं अतुल कुमार ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में डॉ अम्बेडकर जी के जीवनवृत पर लघु नाटक एन एस एस के स्वयंसेवकों द्वारा आयोजित की गई।कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन अनुभव चक्रवर्ती ने किया।
आज के कार्यक्रम में आर यू के 18 महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालय विभागों के 260 एन एस एस स्वयंसेवक शामिल हुए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में एन एस एस के टीम लीडर्स क्रमशः अनिल राजभर, रुचिस्मिता, सुरभि, सौरभ सोनी, सौरभ, अमित, शिवम, खुशी, पुरषोत्तम, दीपक, नवीन किशोर, अंगिता, रिकेश, रोहित, अमन, अक्षिता, चारुबाला,प्रियांशी, मनबहाल, आदित्य आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।