जिला पशुपालन पदाधिकारी से रंगदारी मांगने व जातिसूचक गाली देने के आरोप में राजद नेता सुरेश अग्रवाल गए जेल
चंदन रक्षित,पाकुड़: जिला पशुपालन पदाधिकारी कमलेश्वर कुमार भारती से रंगदारी मांगने, सरकारी कार्य मे बाधा एंव जातिसूचक शब्द का प्रयोग कर अपमानित करने के आरोप में राजद नेता सह समाजसेवी नगर थाना क्षेत्र के बलिहारपुर सुभाष चौक निवासी सुरेश अग्रवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया गया। सुरेश अग्रवाल को पुलिस ने रांची से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार के बाद पाकुड़ न्यायालय के जिला एंव अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रथम सह विशेष न्यायाधीश पीओसी एसओ एंव एससी एसटी अधिनियम राकेश कुमार के समक्ष प्रस्तुत कर सुरेश अग्रवाल को पुलिस ने मंडलकारा पाकुड़ भेज दिया है। टीम में महेशपुर थाना प्रभारी संतोष कुमार, नगर थाना के एएसआई सुराई टापे सहित अन्य पुलिस बल मौजूद थे। राजद नेता सह समाजसेवी सुरेश अग्रवाल ने बताया कि मुझे सोची समझी साजिश के तहत फंसाया गया है। मेरे द्वारा जिले के भ्रष्ट पदाधिकारियों व योजनाओं में हो रही गड़बड़ी को लगातार उजागर किया जा रहा था। मेरी आवाज को दबाने की साजिश की जा रही है। पर में इससे डरने वाला नहीं हूं। जेल से छूटने के बाद मेरा अभियान जारी रहेगा। बतादें जिला पशुपालन पदाधिकारी कमलेश्वर कुमार भारती ने पिछले 28 जनवरी को पाकुड़ अनुसुचित जाती,जनजाति थाना में सुरेश अग्रवाल के खिलाफ शिकायत किया था। पुलिस को दिए आवेदन में जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया है कि
24 जनवरी 2023 को दोपहर 2 बजे के करीब सुरेश कुमार अग्रवाल अचानक मेरे कार्यालय कक्ष के पर्दा को निकाल कर फेंक देते हुए गुस्से में तमतमाते हुए कार्यालय कक्ष में घुस आए तथा मुझसे एक लाख रुपये की मांग करने लगे। उनके द्वारा मुझे अभद्र तरीके से धमकी दी गई। एक लाख रुपए दो नहीं तो मैं तुम्हें छोडूंगा नहीं। मैंने उन्हें समझाने बुझाने का प्रयास किया तो वह आपे से बाहर हो गए। मुझे धमकाते हुए कहने लगे कि मैं तुम्हें कोई काम नहीं करने दूंगा। तुम्हें बर्बाद कर दूंगा। यह कह कर उन्होंने मेरे बेच पर रखी महत्वपूर्ण फाइलें तथा दस्तावेज को कमरे में इधर-उधर फेंक दिया। उसके द्वारा बार-बार यह कहा जा रहा था कि हम इतना दिन से तुम्हारे खिलाफ लिख रहे हैं । फिर भी तुम पर कोई असर नहीं हो रहा है। तुम अपने आम को क्या समझ रखे हो। हम तुमको पाकुड़ में नौकरी करना भूलवा देंगे। यहां यदि नौकरी करना है तो हमको एक लाख रुपए सीधे-सीधे दो। उस समय भोजन अवकाश होने के कारण कार्यालय के सभी कर्मी भोजन करने गए हुए थे ।जिसके कारण मैं कार्यालय में अकेला ही अपने विभागीय कार्यों का निष्पादन कर रहा था । अचानक उनके इस रवैया से मैं काफी भयभीत हो गया। मुझे काफी देर धमकाने के बाद वह जोर-जोर से चिल्लाते हुए मुझे बुरा भला कहते हुए मेरे कार्यालय से निकल कर बाहर लगे जीपीएस टावर के पास जाकर जोर-जोर से चिल्लाते हुए एवं जाति सूचक शब्द का प्रयोग करते हुए मुझे अपमानित करने लगे। उन्होंने चिल्लाते हुए कई बार कहा कि हरिजन सुधरेगा नहीं। कितना दिन से हम इसके खिलाफ लिख रहे हैं तब भी इसका अकल ठिकाने नहीं आया है। मेरा बहुत लंबा पहुंच है। हम जैसा कहते हैं वैसा नहीं करोगे तो तुमको बर्बाद कर देंगे। झारखंड में कहीं नौकरी करने लायक नहीं रहने देंगे। यहां समूह में खड़े लोगों के बीच सुरेश अग्रवाल ने बार-बार हरिजन शब्द का प्रयोग करते हुए मुझे गाली देकर अपमानित किया है। सुरेश अग्रवाल ने मुझे लंबे समय से प्रताड़ित करते आ रहे हैं। बार-बार मुझे प्रताड़ित करने की नियत से अंग्रल आरोप मुझ पर लगाते आ रहे हैं। उनके द्वारा किए जा रहे इन कृतियों से मैं बहुत भयभीत तथा मानसिक संताप में हूं। मामले को लेकर एससी एसटी थाना में कांड संख्या 3/23 प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसी मामले में पुलिस ने अभियुक्त सुरेश अग्रवाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
क्या कहते है एसडीपीओ
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजित कुमार विमल ने कहा कि सुरेश अग्रवाल के खिलाफ एससी एसटी थाना में जिला पशुपालन पदाधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल दिया गया है।