लोकतंत्र में जनप्रतिनिधियों को निकालने का हक सिर्फ जनता को : सुधाकर सिंह
पटना : बिहार के पूर्व मंत्री और राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा है कि मुझे बाहर निकालने की बात जिसने कही है, उसे पता होना चाहिए कि लोकतंत्र में जनप्रतिनिधियों को निकालने का अधिकार केवल जनता का है। पार्टी ने जो भी कार्रवाई मुझ पर की थी उसका हम पहले ही जवाब दे चुके हैं। इसे एक महीना से ऊपर हो गया। साथ ही उन्होंने कहा कि विधायक के रूप में मुझे सवाल करने का हक है।
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव उन्हें बाहर निकालने की बात कह रहे, इस पर सुधाकर सिंह ने कहा कि मुझे बोलने का हक है। सवाल हमेशा सत्ता से किया जाता है, विपक्ष से नहीं। मुझे चुने गए प्रतिनिधित्व की तरह हक है कि मैं सवाल कर सकता हूं। तेजस्वी का नाम लिए बगैर कहा कि जिन्होंने भी ऐसा कहा है, इनसे बस ये कहना है कि जनता मालिक है। चुने हुए प्रतिनिधि को निकालने का काम केवल उनका है। अब ये तो साल 2025 में तय होगा कि जनता क्या करेगी। अगर मैंने काम किया होगा तो जनता रखेगी और नहीं किया होगा तो बाहर का रास्ता दिखा देगी।
बता दें कि सुधाकर सिंह को लेकर जदयू लगातार राजद नेतृत्व से कार्रवाई की मांग कर रहा है। कुछ दिन पहले भी जदयू के प्रवक्ता ने उन पर कार्रवाई करने की मांग की थी। इस पर तेजस्वी ने कहा था कि वो गलत कर रहे है। उनकी आत्मा कहीं और शरीर कहीं और है। वहीं तेजस्वी ने ये भी कहा कि अगर वे चुप नहीं होंगे तो पार्टी से निकाला जाएगा। इस तरह से मुख्यमंत्री पर लगातार टिप्पणी करना ठीक नहीं है।