गोड्डा से पूर्व विधायक संजय यादव की पत्नी कल्पना देवी हो सकती हैं राजद प्रत्याशी !
गोड्डा: प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में भले अभी काफी देरी है। लेकिन सियासी दल इसकी तैयारी में जुट गई है। खासकर राष्ट्रीय जनता दल की बात करें तो पड़ोसी राज्य बिहार में राजद को सत्ता मिलने के बाद झारखंड में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की कवायद तेज कर दी है। इसी कड़ी में राजद ने बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का झारखंड में कार्यकर्ता मिलन समारोह का आयोजन कर अपना एक कदम आगे बढ़ा दिया है। साथ ही विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन में सम्मानजनक सीटें राजद को नहीं मिलने पर एकला चलो का भी फंडा पार्टी अपना सकती है। इसके लिए तेजस्वी यादव ने राजद कार्यकर्ताओं को सभी 81सीटों पर संगठन मजबूत करने का निर्देश दिया है। हालांकि जनसभा में यह स्पष्ट नहीं किया की राजद कितनी सीटों पर चुनाव लेडेगी,बस उन्होंने यह कहा कि राष्ट्रीय जनता दल यदि मजबूत होगा तो महागठबंधन मजबूत होगा।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो विधानसभा चुनाव में राजद 25-30 सीटों की मांग गठबंधन में कर सकती है। गोड्डा विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक सह पार्टी में प्रधान महासचिव संजय प्रसाद यादव अपनी पत्नी कल्पना देवी को राजद की टिकट पर लड़ाने की चर्चा है। इसलिए कार्यकर्ता मिलन समारोह में कल्पना देवी को मंच से संबोधित करने का मौका दिया गया था। कल्पना देवी गोड्डा जिला परिषद रह चुकी है। 2014,2019 के विधानसभा चुनाव में राजद प्रत्याशी संजय यादव के पक्ष में चुनाव प्रचार कर चुकी है। कल्पना देवी एक अच्छी वक्ता भी है,महिलाओं के बीच उनकी पकड़ मजबूत है। यही कारण है की कार्यकर्ता मिलन समारोह में गोड्डा से हजारों की संख्या में महिलाएं रांची पहुंची थी। वहीं पोडैयाहाट विधानसभा सीट पर संजय प्रसाद यादव खुद अपने उतरने की चर्चा है। हालांकि पार्टी की ओर से इसकी अभी कोई पुष्टि नहीं हुई।
अब झारखंड मुक्ति मोर्चा की बात करें तो विधानसभा चुनाव में राजद को 5-6सीटों से अधिक नहीं देगा। गठबंधन में कांग्रेस भी अधिक सीटों पर दावा करेगी। सीटों का यदि मामला नहीं सुलझा तो झामुमो केवल राजद को साथ में लेकर विधानसभा चुनाव में उतर सकता है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस,जेडीयू,सीपीएम और माले के साथ गठबंधन कर चुनाव में उतर सकती है। कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है। कांग्रेस का सबसे पहले लोकसभा चुनाव फोकस है। भारत जोड़ो यात्रा सफल होने के बाद से कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारी में लग गई है। लोकसभा चुनाव के बाद ही विधानसभा चुनाव पर रणनीति अख्तियार करेगी।