खूंटी में जंक लगने से बर्बाद हो रहे हैं नये हैंडपंप सेट, क्या- गर्मी में स्वच्छ जल के लिए प्यासी रहेगी जनता…
खूंटी: झारखंड सरकार के पेयजल एवम स्वच्छता विभाग सूबे में स्वच्छ पेयजल देने का लाख दावे कर ले, लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। यह नजारा खूंटी जिले में पेयजल एवम स्वच्छता विभाग का है।
जहां खुले आसमान के नीचे नये हैंडपंप सेट वर्षों से पानी और धूप में रखे रखे जंक लगने से बर्बाद हो रहे हैं। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की लापरवाही से करोड़ों रुपये के हैंडपंप के कलपुर्जे बर्बाद हो रहे हैं।
इसके साथ ही अगर बात करें तो उक्त विभाग द्वारा खुले आसमान के नीचे बनाये गये स्टोर रूम के अंदर किसी को भी जाने नहीं दिया जाता है ताकि इस बर्बादी का पोल न खुल जाए। एक महीने बाद ही गर्मी भी दस्तक देने वाली है। गर्मी के महीने में जिले में पेयजल की विकट समस्या रहती है। शुद्ध पेयजल के लिए यहां के लोग पैसे देकर अपनी प्यास बुझाते हैं। हर घर नल जल योजना भी अबतक पूरा नहीं हो पाया है।पानी का कोई विकल्प नही होने के कारण लोग चुआ का गंदा पानी ही छान कर उसे पीने के लिए इस्तेमाल करते हैं।
वहीं पॉलिटिकल नेता दिलीप मिश्रा ने कहा कि जनता को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पेयजल एवम स्वच्छता मंत्रालय बजट बनाती है।लेकिन बजट की राशि भी खर्च करने से गुरेज करती है। सारी योजना कागजों पर ही सीमित रहती है। खूंटी जिला मुख्यालय से लेकर गांव देहातों में हैंडपंप नहीं है। जहां हैंडपंप है वहां अधिकांश खराब पड़े हुए हैं। जबकि विभाग के पास पर्याप्त हैंडपंप होने के बाद भी गांव देहतों और शहर के वार्ड में लगाए नहीं जाते हैं। जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है।