29 अक्टूबर शनिवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष: आज का दिन सामान्य रहेगा ।संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिलने से मन प्रसन्न रहेगा तथा मनोरंजन संबंधी कार्यक्रम भी बनेंगे। पारिवारिक गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने में आपका विशेष योगदान रहेगा। और आप उसमें कामयाब भी रहेंगे। स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष: कार्यक्षेत्र में आज कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। परंतु कार्य संपन्न होने में कुछ व्यस्त रह सकते हैं। इस समय तनाव लेने की अपेक्षा धैर्य बनाकर रखना ज्यादा उचित रहेगा। युवा वर्ग तथा विद्यार्थियों को इस प्रतियोगी माहौल में अत्यधिक मेहनत की जरूरत है।

मिथुन: अगर आप राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े हैं, तो यह संपर्क आपके लिए कुछ अच्छे अवसर प्रदान करने वाले हैं। इसलिए अपने संपर्क सूत्रों को और अधिक मजबूत बनाकर रखें। प्रॉपर्टी संबंधी कोई रुका हुआ काम भी आज हल हो सकता है।

कर्क: कार्य क्षेत्र में इस समय सूझबूझ व समझदारी से आप किसी भी परेशानी को आसानी से हल कर पाएंगे। कर्मचारियों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखें, इससे उनका मनोबल बढ़ेगा तथा वे लोग कार्यों को मन लगाकर करेंगे। आय के स्रोतों में भी इजाफा होगा।

सिंह: रिस्क प्रवृत्ति के कार्यों से दूर रहें। वर्तमान समय में जैसा चल रहा है उसी पर अपना ध्यान केंद्रित रखें। अनजान लोगों के साथ किसी भी तरह का बिजनेस करते समय पूरी तरह चौकन्ना रहें। क्योंकि इस तरह की लापरवाही आपको नुकसान दे सकती है।

कन्या: आपका दिन मनोनुकूल रहेगा। धन प्राप्ति के योग हैं। सामाजिक सम्मान मिलैगा। घर के नवीनीकरण या सुधार जैसी योजनाओं पर कार्य करते समय वास्तुविद की सलाह अवश्य लें। इससे आपके घर में सकारात्मकता आएगी। साथ ही प्रत्येक कार्य को करने से पहले बजट का भी ध्यान रखना अति आवश्यक है।

तुला: आज आपका दिन सामान्य रहेगा। कार्य क्षेत्र में अत्यधिक व्यस्तता बनी रहेगी। ऑर्डर को समय पर पूरा करने से मार्केट में आपकी साख बनेगी। इस समय प्रतिद्वंद्वियों की गतिविधियों को नजरअंदाज ना करें। नौकरीपेशा लोगों को मेहनत से काम लेना है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

वृश्चिक: इस समय व्यवसाय में आपके पक्ष में कुछ महत्वपूर्ण स्थितियां बन रही हैं, इसलिए पूरी गंभीरता के साथ अपने कार्यों को अंजाम दे। धीमी गति से चल रहे काम में अब सुधार आएगा। ऑफिस मे सहकर्मी ईर्ष्या तथा जलन की भावना से आपके कार्यों में कुछ नुकसान पहुंचा सकते हैं। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।

धनु: पिछले कुछ समय से चल रही विपरीत परिस्थितियों में आज अचानक ही किसी अनुभवी व्यक्ति की मदद मिलेगी, जिससे आप अपनी समस्याओं से मुक्ति पा लेंगे। इस समय किसी भी अनुभवी व्यक्ति की सलाह की अवहेलना ना करके उस पर गंभीरता से विचार करें। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मकर: व्यवसाय में उत्पादन क्षमता में सुधार आना शुरू होगा। आर्थिक स्थितियां भी बेहतर होंगी। इस समय मार्केट से संबंधित कार्यों को निपटाने की कोशिश करें। तथा अपनी पुरानी पार्टियों के साथ भी पुनः संपर्क स्थापित करने से फायदा हो सकता है।

कुंभ: आज आपका दिन बेहतर रहेगा । धार्मिक कार्यक्रम बनेंगे । धन धान्य से सम्पन्न होंगे। जिस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आप काफी समय से प्रयासरत थे, आज उसके उचित परिणाम हासिल करने का समय आ गया है। इसलिए प्रयासरत रहें और आशावादी बने रहें। परंतु अपनी दिनचर्या में अत्यधिक अनुशासन और मेहनत की आवश्यकता है।

मीन: आज आपका दिन मिलाजुला रहेगा। कार्य क्षेत्र में अत्यधिक व्यस्तता बनी रहेगी। धर्म में रुचि बढेगी। इस समय प्रतिद्वंद्वियों की गतिविधियों को नजरअंदाज न करें। नौकरीपेशा लोगों को मेहनत व सावधानी से काम लेना है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞
🌤️ दिनांक – 29 अक्टूबर 2022
🌤️ दिन – शनिवार
🌤️ विक्रम संवत – 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – हेमंत ॠतु
🌤️ मास – कार्तिक
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – चतुर्थी सुबह 08:13 तक तत्पश्चात पंचमी
🌤️ नक्षत्र – जेष्ठा सुबह 09:06 तक तत्पश्चात मूल
🌤️ योग – अतिगण्ड रात्रि 10:23 तक तत्पश्चात सुकर्मा
🌤️ राहुकाल – सुबह 09:31 से सुबह 10:57 तक
🌞 सूर्योदय – 05:50
🌦️ सूर्यास्त – 05:30
👉 दिशाशूल -पूर्व दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – लाभ पंचमी, श्री-सौभाग्य-पांडव-ज्ञान पंचमी, पंचमी क्षय तिथि
🔥 विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🌷 छठ पर्व 🌷
🙏🏻 (30 अक्टूबर, रविवार) को छठ पूजा है। इस दिन मुख्य रूप से भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में सूर्य को साक्षात भगवान माना गया है, क्योंकि वे रोज हमें दर्शन देते हैं और उन्हीं के प्रकाश से हमें जीवनदायिनी शक्ति प्राप्त होती है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, रोज सूर्य की उपासना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
🌞 पूजा विधि
छठ की सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठकर शौच आदि कार्यों से निवृत्त होकर नदी के तट पर जाकर आचमन करें तथा सूर्योदय के समय शरीर पर मिट्टी लगाकर स्नान करें। इसके बाद पुन: आचमन कर शुद्ध वस्त्र धारण करें और सप्ताक्षर मंत्र- ॐ खखोल्काय स्वाहा से सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
🌞 इसके बाद भगवान सूर्य को लाल फूल, लाल वस्त्र व रक्त चंदन अर्पित करें। धूप-दीप दिखाएं तथा पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। अंत में हाथ जोड़कर सूर्यदेव से प्रार्थना करें। इसके बाद नीचे लिखे शिव प्रोक्त सूर्याष्टक का पाठ करें-
🌷 आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर।
दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर मनोस्तु ते।।
सप्ताश्चरथमारूढं प्रचण्डं कश्यपात्ममज्म।
श्वेतपद्मधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।
लोहितं रथमारूढं सर्वलोकपितामहम्।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यम्।।
त्रैगुण्यं च महाशूरं ब्रह्मविष्णुमहेश्वरम्।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यम्।।
बृंहितं तेज:पुजं च वायु माकाशमेव च।
प्रभुं च सर्वलोकानां तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।
बन्धूकपुष्पसंकाशं हारकुण्डलभूषितम्।
एकचक्रधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।
तं सूर्यं जगत्कर्तारं महातेज: प्रदीपनम्।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम्।।
तं सूर्य जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम्।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणामाम्यहम्।।
🙏🏻 इस प्रकार सूर्य की उपासना करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

🌷 सूर्य षष्ठी 🌷
🙏🏻 कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को भगवान सूर्य की पूजा करने का विधान है। इस पर्व को सूर्य षष्ठी व्रत के रूप में मनाया जाता है। इस बार ये व्रत 30 अक्टूबर, रविवार को है। यह दिन सूर्य की पूजा और उससे जुड़े उपाय करने के लिए खास माना जाता है।
घर की 8 खास जगहों पर रखें तांबे के सूर्य, हर काम में मिलेगा दोगुना फल
👉🏻 वास्तु पंच तत्वों पर आधारित है । ये पंच तत्व है अग्नि, वायु, पानी, पृथ्वी व आकाश । सूर्य भी अग्नि का ही स्वरूप माना गया है । सूर्य भी वास्तु शास्त्र को प्रभावित करता है । अगर वास्तु अनुसार घर की इन 8 जगहों पर तांबे के सूर्य को दीवार पर लगाया जाएं तो हर इच्छा पूरी की जा सकती है ।
1⃣ रात 12 से 3 बजे तक सूर्य पृथ्वी के उत्तरी भाग में होता है । उत्तर धन की दिशा होती है । अगर धन की कमी हो तो घर में जहां कीमती वस्तुओं या जेवरात आदि रखें हो, वहां तांबे की सूर्य प्रतिमा लगाने से घर में कभी पैसों की कमी नहीं होती ।
2⃣ रात 3 से सुबह 6 बजे तक सूर्य पृथ्वी के उत्तर-पूर्वी भाग में होता है । यह समय चिंतन व अध्ययन का होता है । बच्चे पढ़ाई में कमजोर हो तो स्टडी रुम या बच्चों के कमरे में सूर्य प्रतिमा लगाने से पढ़ाई में सफलता मिलती है ।
3⃣ सुबह 6 से 9 बजे तक सूर्य पृथ्वी के पूर्वी हिस्से में रहता है । इस समय सूर्य की रोशनी रोगों से बचाती है । घर में अगर बीमारियाँ ज्यादा हो तो हाॅल में सूर्य प्रतिमा लगानी चाहिए, जहां घर के सभी सदस्य ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हों ।
4⃣ सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक सूर्य पृथ्वी के दक्षिण-पूर्व में होता है । यह समय भोजन पकाने के लिए उत्तम होता है । इसलिए घर के किचन में तांबे की सूर्य प्रतिमा लगाने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती ।
5⃣ दोपहर 12 से 3 बजे के दौरान सूर्य दक्षिण में होता है, इसे विश्रांति काल (आराम का समय) मानते है । अगर घर में अशांति या झगड़े का माहौल रहता है तो घर के मुखिया के बेडरूम में सूर्य प्रतिमा लगाने से कोई परेशानी नहीं आती ।
6⃣ दोपहर 3 से शाम 6 के दौरान सूर्य दक्षिण-पश्चिम भाग में होता है। यह समय अध्ययन और कार्य का समय होता है । व्यापार में नुकसान हो रहा हो तो ऑफिस या दुकान में सूर्य प्रतिमा लगाने पर बिजनेस में लगातार तरक्की होती है ।
7⃣ शाम 6 से रात 9 में सूर्य पश्चिम दिशा की ओर आता है । इस समय में देव पूजा और ध्यान के लिए अच्छा मानते है । इसलिए घर के मंदिर में तांबे की सूर्य प्रतिमा लगाने से घर-परिवार पर सूर्य देव की कृपा बनी रहती है ।
8⃣ रात 9 से मध्य रात्रि के समय सूर्य उत्तर-पश्चिम में होता है । घर के बेडरूम में तांबे की सूर्य प्रतिमा लगाने पर वहां रहने और सोने वालों को मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।

   🌞 *~  पंचांग ~* 🌞

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