जीर्णोद्धार के बाद भी हॉकी एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम बंद,खिलाड़ियों को प्रैक्टिस में हो रही परेशानी
खूंटी : जिले में एक से एक खेल प्रतिभा ने खूंटी सहित पूरे झारखंड का नाम रोशन किया है।
वहीं करोड़ों रुपए से एसएस प्लस टू हाई स्कूल में बने हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान का जीर्णोद्धार के बाद भी खिलाड़ियों के लिए प्रवेश वर्जित है। करीब तीन चार महीना से एस्ट्रोटर्फ मैदान को हैंडोवर नहीं किया गया है। जिससे हॉकी खिलाड़ी नित्य प्रतिदिन प्रैक्टिस करने से वंचित हो रहे हैं। वहीं झाविमो के पूर्व जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने कहा कि करोड़ों रुपए से हॉकी स्टेडियम जा जीर्णोद्धार हुआ है। लेकिन सिर्फ खानापूर्ति जैसा काम हुआ है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने खेल निदेशक से आग्रह है कि करोड़ों की लागत से हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान का जीर्णोद्धार तो कर दिया गया लेकिन वहां 60 केवी का ट्रांसफार्मर अभी भी है। जिससे एस्ट्रोटर्फ मैदान में पानी का पटवन संभव नहीं है। कम से कम 200 केवी का 3 फेज वाले ट्रांसफार्मर लगाया जाए। जिससे मैदान का पटवन हो सके। पुराने पवेलियन से मैदान दूर है 20 वर्षों से रंग रोगन नहीं हुआ है। पवेलियन का पुराना पवेलियन जो 20 वर्ष पूर्व बना हुआ है उसका भी जीर्णोद्धार कराने की जरूरत है। हॉकी स्टेडियम के तीनों छोर में खाली पड़े जमीन पर नए पवेलियन का निर्माण एवं नीचे तल्ले पर खिलाड़ियों को रहने के लिए रूम की व्यवस्था खिलाड़ियों के हित में होता तो बहुत अच्छा होता। मैदान के सामने घास भरा हुआ है एवं मैदान में गड्ढा है। करोड़ों रुपए एस्ट्रोटर्फ में लगा दिया गया। लेकिन सामने के घास और गड्ढे को नहीं भरने से मैदान की खूबसूरती खराब हो रही है।
विभाग एस्ट्रोटर्फ मैदान को खिलाड़ियों के हित में हैंड ओवर करें, जिससे खूंटी के प्रतिभावान खिलाड़ियों का प्रैक्टिस एवं प्रशिक्षण प्रतिदिन हो सके।