रांची हवाई अड्डा से इंटरनेशनल उड़ान शुरू करने की मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री से की
रांची: पेयजल एवं स्वच्छता विभाग मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर मंगलवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित बैठक में झारखंड सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सम्मिलित होकर झारखंड सरकार का पक्ष रखा। इस बैठक में देश के सभी राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित थे। झारखंड का पक्ष रखते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में काफी कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य में नए हवाईअडडे की स्थापना करना समय की मांग है। केन्द्र सरकार यदि सकारात्मक सहयोग करे तो राज्य और केन्द्र दोनों मिलकर इस दिशा में अच्छी पहल कर सकते हैं। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री से अपील करते हुए कहा कि रांची में अंतरराष्ट्रीय उडान शुरू करने हेतु सभी साधन मौजूद है। रांची हवाईअडडा के विस्तारीकरण हेतु राज्य सरकार ने जमीन भी उपलब्ध करा दी है। रांची हवाईअडडा से सउदी अरब, दुबई, थाईलैंड, चीन आदि देशों की जल्द ही उडान शुरू की जा सकती है तथा इसके लिए जो भी निर्धारित औपचारिकताओं को पूर्ण कर जल्द इसे शुरू किया जाए। राज्य सरकार इस कार्य में अपना संपूर्ण अपेक्षित सहयोग करेगी। इसके अलावे मंत्री ने कार्गो हेतु भी राज्य सरकार द्वारा जमीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा।
मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बैठक में मेदिनीनगर, जमशेदपुर, बोकारो, साबिहबगंज में नया हवाईअडडा विकसित करने संबंधी मांग रखी। मंत्री ने कहा कि जब भी हवाईअडडा के विकास या अन्य कार्य हेतु ड्रोन से सर्वे किया जाता है तो झारखंड के लोगों के मन में गलत अवधारणा बन जाती है। इसलिए भूमि संबंधी सर्वे के लिए स्थानीय स्तर पर कार्य योजना बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि झारखंड एक ऐतिहासिक और पौराणिक सभ्यता-संस्कृति वाला प्रदेश है। इसलिए ऐसे जिलों को आधार बनाकर वहां पर हवाईअडडा का निर्माण किया जाना चाहिए। जिससे झारखंड की विरासत एवं उसकी संस्कृति को प्रचारित-प्रसारित करने में सुविधा हो। मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से पलामू में ड्रोन के निर्माण हेतु प्लांट लगाने की अपील की। प्लांट के निर्माण हेतु भूमि एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराने हेतु राज्य सरकार अपेक्षित सहयोग करेगी। उन्होंने कहा यहां के किसानों को ड्रोन का प्रशिक्षण देने हेतु ड्रोन प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना करने का भी प्रस्ताव दिया।