भाजपा विधायकों ने विधानसभा सदन को मछली बाजार बनाकर लोकतांत्रिक मूल्यों का गला घोटने का किया काम : नायक
रांची: झारखंडी सूचना अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष सह हटिया विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने कहा कि भाजपा के विधायक विधानसभा को मछली बाजार बना कर लोकतांत्रिक मूल्यों एवम् संसदीय प्रणाली का गला घोटने का कार्य किया है। हंगामा कर विधान सभा को बाधित करने की साजिश कर जनता के बुनियादी समस्याओं के समाधान में रोड़ा अटकाने का का काम कर झारखंडी गरीब गुरबा के मेहनत और खून पसीना की कमाई को बेफिजूल उड़वाने का काम कर किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास कोई नीति विजन सोच नहीं रह गया है। सिर्फ अल्पसंख्यक अल्पसंख्यक का विरोध करना शिक्षा का इस्लामीकरण, बोल बम का राग एवम् हिंदू कार्ड खेलना भर ही रह गया है ।आज इनके एजेंडे में गरीब दलित आदिवासी मूलवासी समाज के बुनियादी मुद्दे नही है ।इनके मुद्दे सिर्फ धार्मिक युद्धोंउन्माद से भरे है है और इनकी नीति है (आग लगाओ राज करो)बस इन्हे जनता के समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है ।
श्री नायक ने आगे कहा की भाजपा आज सत्ता के बगैर जिस तरह मछली बिना जल का नही रह सकती और छटपटाती है उसी तरह भाजपा भी बिना सत्ता का रह नही पा रही है और सत्ता के बगैर मछली की तरह छटपटा रही है ।आज इनलोगो के कारण मानसून सत्र भाजपा के हंगामा के भेट चढ़ गया जो राज्य की जनता के लिए शुभ संकेत नही है ।भाजपा इतना गिर गई कि वो डमी विधानसभा समांतर विधानसभा चलाने का कार्य कर लोकतांत्रिक मूल्यों एवम् संसदीय कार्य प्रणालियों की हत्या करने का काम कर रही है जिसका झारखंडी सूचना अधिकार मंच कड़े शब्दो में इसकी निंदा करता है तथा भाजपा के विधायको से मांग करता है की सदन नही चलाने देने के लिए राज्य की तीन करोड़ चालीस लाख जनता से अपने कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए ।
श्री नायक ने यह भी आगे कहा की डमी विधान सभा के स्पीकर बने भरष्टाचार की कालिख में डूबे पुते विधायकभानु प्रताप देहाती को अपना इतिहास देखने की आवश्यकता है की उन्होंने कैसे झारखंड के स्वास्थ्य विभाग को दोनो हाथो से लूटने का कार्य किया था अभी वे बेल में है कब जेल जायेंगे उन्हें खुद पता नही एक पैर सदन में है तो दूसरा पैर जेल में और जनता के बीच ऐसा नाटक कर रहे है की वे राजा हरिश्चंद्र की तरह पाक साफ है उन्हे शर्म आनी चाहिए की वे डमी विधानसभा के स्पीकर बने वे कोन मोरल से राजनीति कर रहे है वो तो भाजपा के नेता ही बताएंगे ।