आस्था की अद्भुत मिसाल:तारापुर के रंजीत साह नंगे पांव निकले 1400 किलोमीटर कीखाटू श्याम यात्रा पर
मुंगेर। भगवान में आस्था हो तो हर कठिनाई आसान लगती है। बिहार के मुंगेर जिले के तारापुर बाजार के रहने वाले रंजीत साह ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। तपती धूप हो या लंबा रास्ता, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। बस बाबा का बुलावा आता है!और वे निकल पड़ते हैं… इस बार वो निकले हैं नंगे पांव करीब 1400 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर! गौरतलब हो कि
भगवान के प्रति अटूट आस्था व जुनून तारापुर बाजार निवासी रंजीत साह के हृदय में है। वह तपती धूप व भीषण गर्मी की परवाह किए बिना सैकड़ों किलोमीटर की पैदल यात्रा पर निकल पड़ते हैं।रंजीत साह अब तक नंगे पांव केदारनाथ व नेपाल स्थित पशुपतिनाथ जैसे तीर्थ स्थलों की यात्रा कर चुके हैं।अब शनिवार को उन्होंने मुंगेर जिले तारापुर के कसबा गांव स्थित खाटू श्याम मंदिर से राजस्थान के प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर तक की लगभग 1400 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा अकेले शुरू की है।
रंजीत साह की यह धार्मिक यात्रा श्रद्धालुओं के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। यात्रा से पूर्व उन्होंने उल्टास्थान महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की और बताया कि यह यात्रा पूरी तरह नंगे पांव होगी। अनुमान है कि इस यात्रा में उन्हें करीब दो महीने का समय लगेगा।
खास बात यह है कि रंजीत साह भगवान से कोई विशेष मन्नत लेकर नहीं चलते, वे कहते हैं— “बस बाबा की प्रेरणा मिलती है और मैं निकल पड़ता हूं।”
इससे पहले वे अपने भाई के साथ केदारनाथ की यात्रा कर चुके हैं, जिसमें उन्हें 50 दिन लगे थे और 51वें दिन बाबा के दर्शन किए थे। वहीं पशुपतिनाथ की यात्रा उन्होंने अपने दो भाइयों और एक मित्र के साथ की थी, जो 20 दिनों में पूरी हुई थी।रंजीत का कहना है कि रास्ते में लोग सहयोग करते हैं और सोशल मीडिया पर उनके यात्रा वीडियो देखकर कई लोग जुड़ भी जाते हैं। इस बार यात्रा अकेले इसलिए हो रही है क्योंकि उनके भाई को नौकरी मिल गई है। रास्ता तय करने के लिए वे गूगल मैप की मदद लेते हैं।उनकी यह यात्रा न सिर्फ आस्था की मिसाल है, बल्कि संकल्प और साहस की भी प्रेरणादायक कहानी है।

