मैने खूंटी बाईपास की मांग को संसद में रखा तो भाजपा को तकलीफ होने लगी: कालीचरण
खूंटी: खूंटी में बाईपास सड़क निर्माण को लेकर अबतक जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू भी नहीं हुई है। वहीं वर्तमान सांसद कालीचरण मुंडा ने कहा कि बाईपास का मुद्दा यहां के लिए ज्वलंत है। भाजपा बाईपास के मुद्दे पर लोकसभा चुनाव से पूर्व और बाद में भी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मैने खूंटी की जनता की बातों को संसद में रखने का काम किया, तो भाजपा के लोगों को क्या तकलीफ है। यह बातें मेरी नहीं बल्कि यहां की जनता की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी गलतियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नियमों की प्रक्रिया के मुताबिक जबतक परियोजना के लिए 75 प्रतिशत प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण नहीं हो जाता तब तक किसी भी परियोजना का शिलान्यास करना नियमों के प्रतिकुल है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले खूंटी बाइपास सड़क का शिलान्यास कर जनता को धोखे में डालने की कोशिश की गई थी। लेकिन ये जनता है ये सब जानती है। जनता ने धोखा देने वालों की पहचान कर लोकसभा चुनाव में जवाब देने का काम किया।
सांसद ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले शिलान्यास कर जनता को अंधेरे में रखने का क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि भू-अर्जन विभाग, खूंटी के पास भूमि अधिग्रहण का कोई प्रपोजल एनएचआई के द्वारा नहीं भेजा गया है। 3 कैपिटल-ए अब तक पब्लिस नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अब तक कोई अनुवर्ती कार्य नहीं हुआ है। भूमि अधिग्रहण के लिए चैतन्या कंसलटेंसी को जिम्मेदारी सौंपी जानी है, लेकिन कम्पनी ने अभी तक एग्रीमेंट नहीं किया है। वहीं जिला प्रशासन को भी इससे संबंधित कोई आदेश-निर्देश अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। यही वास्तविकता है बाईपास सड़क की।