बुनकर एक पवित्र पेशा, सरकार इनकी समस्याएं समझे और सुलझाये :बंधु तिर्की
रांची: पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य और झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि अन्य पेशे की तरह बुनकर भाइयों का कार्य केवल रोजी-रोटी कमाने या गुजर-बसर का माध्यम नहीं है बल्कि यह एक ज़रिया है, खूबसूरत हुनर है. लेकिन इससे भी आगे यह इंसानियत को और हमारी इज्जत-आबरू को ढकने की माध्यम है. श्री तिर्की ने कहा कि भारतीय जीवन पद्धति में बुनकरों का महान योगदान है और उनके बिना न केवल हमारा इतिहास अधूरा है बल्कि हमारा आर्थिक तंत्र भी कमजोर हो जायेगा.
आज राजधानी के इरबा में अब्दुलरज़्ज़ाक़ अंसारी हैंडलूम काम्प्लेक्स में छोटानागपुर हैंडलूम एंड खादी वीवर्स कोऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड के बुनकरों को भारत जोड़ो के तहत आयोजित एक बैठक को सम्बोधित करते हुए श्री तिर्की ने कहा कि, बुनकरों के साथ ही अल्पसंख्यकों के मामले पर सरकार की धीमी चाल, अदूरदर्शिता और लापरवाही भी पीड़ादायक है. श्री तिर्की ने विशेष रूप से एम एस डी पी (माइनॉरिटी सेल्फ डेवलपमेंट प्लान) की चर्चा करते हुए कहा कि अभी अल्पसंख्यकों के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण इस योजना का संचालन स्वयं सेवी संगठनों के माध्यम से किया जा रहा है नतीजा यह कि अपेक्षित परिणाम नहीं मिल रहा. उन्होंने कहा कि यदि स्वयं अल्पसंख्यकों के माध्यम से इसके तहत योजनाओं को लागू किया जाता तो ज़मीनी स्तर पर ज़बरदस्त परिणाम नज़र आता जिसका फायदा पूरे राज्य में होता.
श्री तिर्की ने कहा कि बुनकर भाई अपने मुल्क से इंतहां और हद दर्ज़े तक मुहब्बत करते हैं. इसलिये उन्हें हर पल अपनी ज़िन्दगी को देखने और उसे बुनने का हक़ मिलना ही चाहिये.
इस अवसर पर हाजी अब्दुल रज़्ज़ाक़ अंसारी की चर्चा करते हुए श्री तिर्की ने कहा कि उस अद्भुत शख्शियत ने केवल अपनी ज़िन्दगी की परवाह करने की बजाय उससे आगे बढ़कर हज़ारों-लाखों लोगों की ज़िन्दगी को सजाया-संवारा और इरबा जैसी जगह में स्वास्थ्य, शिक्षा आदि पर जोर देते हुए बुनियादी मज़बूती दी जिसका परिणाम आज हर जगह नज़र आता है. उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिये वही भावनाएँ चाहिये जो हाजी साहब को ऊपरवाले ने हमें बक्शी.bश्री तिर्की ने कहा कि हाज़ी अब्दुल रज़्ज़ाक़ अंसारी द्वारा दिखाये गये रास्ते पर आगे बढ़कर ही अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा एवं आंदोलन की चर्चा करते हुए श्री तिर्की ने कहा कि श्री गाँधी का अभियान पूरी तरह उस सोच के प्रति समर्पित है जो हिंदुस्तान की बुनियाद है जबतक वह सोच कायम है तभी तक हम हैं या फिर हमारे जीवन का वज़ूद और हमारा ताना-बाना है.