अडानी और हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर संसद में भारी हंगामा, दोनों सदन स्थगित

नई दिल्ली : बजट सत्र के तीसरे दिन संसद के दोनों सदनों में आज गुरुवार को अडानी समूह के शेयरों में बड़ी गिरावट का मुद्दा छाया रहा। केंद्र सरकार को आज संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करना है। लेकिन विपक्ष ने संसद की कार्रवाई शुरू होते ही अडानी और हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर जोरदार हंगामा करना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से दोनों सदनों की कार्रवाई को दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। विपक्षी नेताओं ने अडानी पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर चर्चा कराने के लिए अड़े हुए है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में बिजनेस नोटिस दिया था। उन्होंने बताया कि हमने बाजार मूल्य खोने वाली कंपनियों में LIC, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा निवेश के मुद्दे पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत बिजनेस नोटिस दिया है। खड़गे ने कहा कि लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है और करोड़ों भारतीयों की गाढ़ी कमाई खतरे में पड़ गई है।
CJI की निगरानी में बने जेपीसी खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केंद्र को अडानी मामले की जांच के लिए CJI की निगरानी में एक जेपीसी का गठन करना चाहिए और प्रतिदिन रिपोर्ट लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि LIC, SBI और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों में निवेश कर लोग करोड़ों रुपये गंवा रहे हैं।
आज जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए।स्पीकर ओम बिड़ला ने जैसे ही जाम्बिया के एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और प्रश्नकाल शुरू किया, तभी हंगामा शुरू हो गया। बिड़ला ने शोर-शराबे वाले दृश्यों पर आपत्ति जताई और सदस्यों से निराधार दावे नहीं करने को कहा। नारेबाजी जारी रहने पर उन्होंने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इसी मुद्दे पर विपक्षी दलों के विरोध के चलते राज्यसभा भी स्थगित कर दी गई।अमेरिका की एक शोध फर्म हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप पर स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।विपक्षी दल अदाणी मुद्दे, सीमा पर चीनी अतिक्रमण और राज्यों में राज्यपालों की भूमिका पर चर्चा की मांग कर रहे हैं।

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