समान नागरिक संहिता झारखंडियों के लिए होगा अभिशाप :अलेस्टेयर बोदरा
खूंटी:जन जागरण अभियान के तहत गुरुवार को मरंगहादा क्षेत्र के डाड़ीगुटू पंचायत भवन में तिलमा एवं डाड़ीगुटू पंचायत अन्तर्गत विभिन्न गांव के पारम्परिक अगुवों तथा पड़हा के प्रतिनिधियों के साथ पूर्व मुखिया फूलचन्द मुंडा की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुए झारखण्ड उलगुलान संघ के संयोजक अलेस्टेयर बोदरा ने कहा कि आदिवासी एवं मूलवासियों के अस्तित्व पर गम्भीर संकट मंडरा रहा है। समान नागरिक संहिता झारखण्डियों के लिए अभिशाप होगा ,जो विशेषाधिकार प्राप्त है, सभी समाप्त कर दिये जाएंगे और हमारे हाथ से जमीन एवं जंगल छीन लिया जाएगा। भू-दस्तावेजों के डिजीटलीकरण, भूमि-बैंक एवं लैंड-पूल नीति भी एक साजिश का हिस्सा है। मुण्डारी खूंटकट्टी एवं भुईंहरी अधिकार सहित ग्रामीणों के सामुदायिक तथा रैयती हक को तहस-नहस किया जा रहा है। इन साजिशों को समझने की जरूरत है और गोलबन्द होकर आन्दोलन के लिए तैयार होना होगा तभी अनुसूचित क्षेत्र की मान्यता बनी रहेगी।
बेनेदिक्त नवरंगी ने पेसा कानून के क्रियान्वयन हेतु बनाए जा रहे नियमावली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार का यह पहल आदिवासियों के आंखों में धूल झोंकने वाला है। ग्राम-सभा को प्राप्त संवैधानिक अधिकार को दरकिनार कर सामान्य पंचायत राज कानून थोपा जा रहा है। बैठक में अनिल हस्सा, मंगरा मुंडा, एतवा मुंडा, नारायण सिंह मानकी, दारू मुंडा, याकुब टुटी, राम मुंडा, मरकस टुटी, लदुरा मुंडा एवं सोमरा मुंडा सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।