आंदोलनकारियों को दो मान-सम्मान, नियोजन पेंशन व पहचान: अश्विनी कुजूर
रांची: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में शनिवार को जेल जाने की बाध्यता समाप्त करते हुए मान-सम्मान पहचान नियोजन पेंशन सहित 11 सूत्री लंबित मांगों के समर्थन में मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका के समीप प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात एक दिवसीय सत्याग्रह का आगाज किया गया। बापू की प्रतिमा पर कार्यकारी अध्यक्ष श्री महतो, वरीय उपाध्यक्ष अश्विनी कुजूर, किशोर किस्कू, सचिव कयूम खान, इसरार अहमद, लखन महतो द्वारा माल्यार्पण कर सत्याग्रह का आगाज किया गया। मौके पर अध्यक्षता करते हुए श्री महतो ने झारखंड आंदोलनकारियों का आह्वान किया कि अपने मान-सम्मान पहचान की लड़ाई के लिए गोलबंद हों। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों के कारण ही राज्य में हमारी पहचान है। इस पहचान को संघर्ष के बल पर सुनिश्चित करनी होगी। प्रत्येक आंदोलनकारी अपनी पहचान की लड़ाई लड़ रहे हैं। श्री महतो ने कहा कि 22 वर्षों के पश्चात भी झारखंड आंदोलनकारियों की पहचान नहीं होना दुर्भाग्य की बात है। आज बार-बार अपने मान-सम्मान पहचान के लिए झारखंड आंदोलनकारियों को संघर्ष करना पड़ रहा है। वरीय उपाध्यक्ष अश्विनी कुजूर ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी की स्थिति आज हाशिए में है। लगातार अपने मान-सम्मान की लड़ाई के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री झारखंड आंदोलनकारियों के प्रति संवेदनशील बनें। आंदोलनकारियों की भावनाओं के अनुरूप झारखंड अलग राज्य को गढ़ने का काम करें। कार्यक्रम का संचालन करते हुए केन्द्रीय सचिव कयूम खान ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी आज अपने अलग राज्य में परदेशी की भूमिका में जीवन यापन कर रहे हैं। यह सबसे दुखद स्थिति है। सत्ता में जो बैठे हैं, झारखंड आंदोलनकारियों के त्याग बलिदान और संघर्ष के बल पर हैं। संबोधित करने वालों में केन्द्रीय सचिव भुनेश्वर केवट, रूपलाल महतो, भरत गोप, बेदेशी महतो, लोहरदगा जिला अध्यक्ष अमर किंडो, मंगलेश्वर उराव, सिमडेगा जिला अध्यक्ष भुनेश्वर सेनापति, सुरेंद्र प्रसाद, विनिता खलखो, बालोमुनी बाखला, कालीचरण महतो, जाफर खान, सुखदेव उरांव, विद्याधर महतो, धनबाद जिला अध्यक्ष शिवशंकर शर्मा आदि शामिल थे। मौके पर एरेन कच्छप, रूस्तम खान, दिनेश साहू, सीता देवी, छत्रपति महतो, फागू महतो, सुरेश कुमार महतो, स्वानंद कोटवार, जितेन्द्र नाथ महतो, कुमार महतो, विशेषण भगत समेत बड़ी संख्या में झारखंड आंदोलनकारी मौजूद थे। सत्याग्रह के उपरांत झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने राजू महतो (कार्यकारी अध्यक्ष), अश्वनी कुजूर (उपाध्यक्ष), किशोर किस्कू (उपाध्यक्ष), कयूम खान (सचिव), बिनिता खलखो (सचिव), भुवेश्वर केवट (सचिव) द्वारा हस्ताक्षर युक्त 11 सूत्री मांग पत्र सुप्रीमो झारखण्ड मुक्तिमोर्चा सह अध्यक्ष स्टेरिंग कमिटि झारखण्ड सरकार दिशुम गुरु सांसद शिबू सोरेन को सौपा गया।