दो दिवसीय सरना प्रार्थना सभा सह युवा सम्मेलन का आयोजन
खूंटी: तपकरा कालेट में सरना प्रार्थना सह युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया।
जिसमें जिसमें सरना धर्म अगुवा जयराम पाहन ने कहा कि प्रकृति पूजक आदिवासी सदियों से अपनी पुरखों की व्यवस्था के अनुरुप चलते रहें हैं और हमें पुरखों के सरना धर्म को बचाए रखना होगा तभी हम आदिवासी समाज सुरक्षित रहेंगे। डॉ ० मीनाक्षी मुंडा ने कहा कि हमारे समाज को एक नई दिशा देने के लिए शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। आज हम आदिवासी प्रकृति पूजक सरना धर्म मानने वाले लोग सरना धर्म कोड की मांग कर रहे हैं ताकि हमें केन्द्र के जनगणना काॅलम अलग से जगह मिले। सरना धर्म कोड नहीं होने के कारण आज आदिवासी व्यवस्था खत्म हो रही हैं। जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया ने कहा कि युवाओं की उपस्थिति समाज को जगा सकती है और इतिहास को दोहरा सकता हैं बस शर्तें हैं नशापान से दूर रहें।
कोलय ओड़ेआ ने कहा कि सरना धर्म एवं एवं पुखौती भाषा संस्कृति परंपरा रीति रिवाज को संरक्षण करते हुए आज हमें अपनी जल जंगल जमीन को भी बचाना होगा तभी हम सुरक्षित होंगे । केंद्रीय धर्म गुरु भाईया राम ओड़ेया ने कि सिंङबोगा की अर्जी गोवारी से खुश शांति मिलेगा । सरना धर्म को बचेगा तभी प्रकृति बचेगा। कार्यक्रम में उपास्थित धनी पहान, लुथडू मुंडा, अनिल गुड़िया, डाॅ० सीताराम मुंडा, दुलारी बरला, बिरसा गुड़िया,मुनुवा गुड़िया,जीतु पहान, अंजलि कन्डुलना, सुनिल गुड़िया,जिप अध्यक्ष मसीह गुड़िया, जयपाल मुंडा, दुलारी बरला संतोषी तोपनो, सनिका मुण्डा, मंगल सिंह मुंडा, मनोज सोय,रवि गुड़िया,रेडा मुण्डा,आदि।

