मुखिया परमानंद ऋषिदेव की सक्रियता से हरीपुर में स्वास्थ्य सेवाओं में हुआ जबरदस्त सुधार

अररिया: हरीपुर पंचायत के मुखिया परमानंद ऋषिदेव की सक्रिय पहल और दूरदर्शिता से हरीपुर एचडब्ल्यूसी (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर बदल गई है। हाल ही में, हरीपुर एचडब्ल्यूसी ने राज्यस्तरीय एनक्वास प्रमाणीकरण प्राप्त किया, जो पंचायत के मुखिया की मेहनत और नेतृत्व का नतीजा है। इस सफलता ने साबित किया है कि जब नेतृत्व और समुदाय एकजुट होकर काम करते हैं, तो बड़े लक्ष्यों को आसानी से हासिल किया जा सकता है।

स्वास्थ्य सेवाओं में बदलाव की प्रेरणादायक कहानी
हरीपुर एचडब्ल्यूसी की स्थिति पहले बहुत ही दयनीय थी। गांव की महिला सावित्री देवी बताती हैं, “पहले छोटी-सी बीमारी के लिए भी हमें शहर जाना पड़ता था, लेकिन अब हमारे गांव में सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।” ग्रामीणों के मुताबिक, पहले न तो समय पर दवाइयां मिलती थीं, न ही स्वास्थ्य केंद्र पर प्रशिक्षित कर्मी मौजूद रहते थे। इन समस्याओं को दूर करने के लिए पंचायत के मुखिया परमानंद ऋषिदेव ने जागरूकता अभियान चलाया और ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं के महत्व के बारे में बताया।

मुखिया ने स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क कर एचडब्ल्यूसी में आवश्यक चिकित्सकीय उपकरणों और कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित की। उन्होंने स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर ग्रामीणों को नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के लिए प्रेरित किया।

संस्था के प्रति विश्वास में हुई वृद्धि, मरीजों की संख्या में जोरदार इजाफा
मुखिया परमानंद ऋषिदेव की सक्रियता से हरीपुर एचडब्ल्यूसी में मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। अब हर महीने 600 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं, जिनमें 150 से अधिक लोग अस्पताल के फॉलोअप के लिए आते हैं। इसके अलावा, हरीपुर एचडब्ल्यूसी में सामान्य प्रसव की संख्या भी लगातार बढ़ी है। पंचायत की 42 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं ने अपनी एएनसी जांच समय पर करवाई है। समय पर दवाइयां और स्वास्थ्य कर्मियों की मौजूदगी ने संस्थान के प्रति लोगों का विश्वास मजबूत किया है।

एनक्वास प्रमाणीकरण में मुखिया परमानंद ऋषिदेव का योगदान
एनक्वास प्रमाणीकरण प्राप्त करना किसी स्वास्थ्य केंद्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। यह प्रमाणीकरण स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, स्वच्छता और प्रबंधन में उत्कृष्टता को दर्शाता है। हरीपुर एचडब्ल्यूसी को एनक्वास प्रमाणीकरण मिलने में मुखिया परमानंद ऋषिदेव की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने पंचायत विकास निधि से अस्पताल परिसर में गड्ढों का समतलीकरण कराया, एक बड़े योगासन चबूतरे का निर्माण कराया, आकर्षक प्रवेश द्वार बनवाया और पेभर ब्लॉक लगवाकर संस्थान का सौंदर्यीकरण किया। साथ ही, जलजमाव की समस्या को सुलझाने के लिए उन्होंने पूरे अस्पताल परिसर में पेभर ब्लॉक लगवाए, जिससे स्वास्थ्य कर्मियों और ग्रामीणों को राहत मिली।

मुखिया परमानंद ऋषिदेव का उद्देश्य,हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं
मुखिया परमानंद ऋषिदेव ने कहा, “एनक्वास प्रमाणीकरण एक टीम प्रयास का परिणाम है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान है। हमारा मुख्य उद्देश्य यह था कि गांव में स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर बेहतर हो, ताकि हर व्यक्ति, विशेषकर महिलाएं और बच्चे, आसानी से इन सेवाओं का लाभ उठा सकें। भविष्य में हमारा लक्ष्य हरीपुर एचडब्ल्यूसी को एक आदर्श स्वास्थ्य केंद्र बनाना है, जहां हर नागरिक को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।”

हरीपुर की सफलता: अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा
सिविल सर्जन डॉ. केके कश्यप ने हरीपुर एचडब्ल्यूसी की सफलता पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हरीपुर एचडब्ल्यूसी की उपलब्धि पंचायत के मुखिया, स्वास्थ्य कर्मियों और स्थानीय समुदाय के समर्पण का नतीजा है। मुखिया परमानंद ऋषिदेव का सक्रिय नेतृत्व और उनकी पहल इस महत्वपूर्ण लक्ष्य को प्राप्त करने में बेहद मददगार साबित हुआ है। हरीपुर की यह सफलता अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणास्पद है, जो यह दर्शाती है कि सामुदायिक सहभागिता और नेतृत्व मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं।”

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