झारखंड को विकसित राज्य बनाने के लिए उधोग को बढ़ावा देना जरूरी: संजय प्रसाद यादव
प्रोजेक्ट भवन में उधोग विभाग की मंत्री ने की समीक्षा बैठक,दिए महत्वपूर्ण निर्देश
गणादेश रांची: प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर झारखंड को विकसित और आत्मनिर्भर राज्य बनाने के लिए सूबे के उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव ने पहल शुरू कर दी है। इसी कड़ी में सोमवार को प्रोजेक्ट भवन में मंत्री ने उधोग विभाग की समीक्षा बैठक की। इसमें विभाग के कार्यों से मंत्री वाकिफ हुए। राज्य में कितने कल कारखाने हैं,कितने बंद हैं और कितने कारखाने चालू अवस्था में है। हस्तकरघा,रेशम एवं हस्तशिल्प,निदेशालय,जियाडा,ज़िडको,झारखंड माटीकला बोर्ड,मुख्यमंत्री लघु, कुटीर एवं उद्यम विकास बोर्ड ,झारक्राफ्ट,झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड सहित विभिन्न विभागों की समीक्षा की गई।
बैठक में अधिकारियों ने बारीकी से मंत्री को जानकारी दी। इसके साथ ही मंत्री अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा निर्देश भी दिए।
वहीं मीडिया से बात करते हुए मंत्री संजय प्रसाद यादव ने कहा कि उधोग विभाग का दायित्व संभालने के बाद यह पहली समीक्षा बैठक थी। आज की बैठक में अधिकारियों से विभागीय कार्यों को मैंने समीक्षा किया है। चीजों को जाना है और आवश्यक निर्देश भी दिया है।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिशा निर्देश में राज्य सभी क्षेत्रों में विकास की ओर बढ़ रहा है। उधोग विभाग भी इस ओर आगे बढ़ रहा है। कई बड़े बड़े निवेशक झारखंड से जुड़ रहे हैं। आने वाले दिनों में निवेशकों की मीट भी कराई जाएगी। साथ ही कहा कि बिचौलिए की विभाग के कार्यों में दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
मंत्री ने कहा कि झारखंड में उधोग को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा।
समीक्षा बैठक में उद्योग विभाग के सचिव जितेंद्र सिंह , अपर सचिव , उद्योग , निदेशक उद्योग सुशांत गौरव , निदेशक , हस्तकरघा,रेशम एवं हस्तशिल्प,निदेशालय आकांक्षा रंजन , प्रबंध निदेशक ,जियाडा, प्रबंध निदेशक ,ज़िडको, प्रबंध निदेशक , झारक्राफ्ट , प्रबंध निदेशक,झारखंड माटीकला बोर्ड,सीईओ,मुख्यमंत्री लघु, कुटीर एवं उद्यम विकास बोर्ड ,सीईओ,झारखंड राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड सहित विभाग के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।