खूंटी के किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए वनोत्पाद को दिया जायेगा बढ़ावा : नितीश कुमार सिंह
किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने बनाई रणनीति,पंचायत चुनाव के बाद बदलेगी फिजा
खूंटी : अफीम की खेती के लिए बदनाम खूंटी में अब मौसमी फल और सब्जियों की खेती की जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन किसानों के साथ बैठक कर रणनीति अख्तियार किया है.पंचायत चुनाव के बाद इसको घरातल पर उतारने की तैयारी है.खासकर वन क्षेत्रों में वनोत्पाद को बढ़ावा दिया जायेगा। जिले के उप विकास आयुक्त नितीश कुमार सिंह ने गणादेश अखबार से खास बातचीत के क्रम में कई बातों का उल्लेख किया है.
उन्होंने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को रोजगार यदि गांव में ही मिल जाए तो वे अन्य राज्यों की और रुख नहीं करेंगे। साथ ही नशीले पदार्थों की खेती पर विराम लगेगा।डीसीसी ने कहा कि खूंटी में जंगल क्षेत्र अधिक है. वनोत्पाद को बढ़ावा दिया जायेगा और उसे बाजार उपलब्ध कराया जायेगा। जब बाजार उपलब्ध होगा तो किसान सीधे अपना माल बेच सकेंगे। यहां पर ईमली की खेती बड़ी संख्या में होती है. इसका प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जायेगा। किसानों को मौसमी फलों की खेती के लिए ट्रेनिंग दिया जायेगा।उसे बैंकों से सहायता देकर उनका व्यापार बढ़ाया जायेगा। किसानों को पोली हाउस ,बीज,सिंचाई की व्यवस्था देंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आमदनी बढ़ाने के जिला हर संभव प्रयास रहेगा. अफीम की खेती रोकने के लिए उन्हें तरबूज,स्ट्रोबेरी के लिए प्रेरित किया जायेगा।उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत काफी लोगों को काम दिया जा रहा है.
डीडीसी ने कहा कि रनिया और अड़की प्रखंड क्षेत्रों का समुचित विकास नहीं हो पाया है. उस क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधा नहीं है. हमलोग वहां पर सिंचाई की व्यवस्था करवा रहे हैं. फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है. यहां पर कटहल बहुत होता है. कृषि के क्षेत्र में विकास किया जायेगा। इसके अलावा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में बेहतर करने का काम किया जा रहा है.