कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय खूंटी की तीन बच्चियों ने जेईई मेंस में की क्वालीफाई,डीसी ने किया उत्साहवर्धन

खूंटी : कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की दो बच्चियों ने एनईईटी एवं तीन छात्राओं ने जेईई-मेंस मे क्वालीफाई किया है।ये उपलब्धि उपायुक्त शशि रंजन की पहल पर शुरू किये गए सपनों की उड़ान कार्यक्रम का सफल परिणाम है। NEET 2022 क्वालीफाई करने वाली दो छात्राओं में वाटिका कुमारी एवं अड़की प्रखण्ड की पूजा कुमारी हैं।कुल 16 बच्चियों में से तीन छात्राएं उपलब्धि हासिल कर अन्य छात्राओं के लिए भी उदाहरण बनी है। वहीं कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय परिवार वार्डन, शिक्षिका, सभी बच्चियों में खुशी का वातावरण है।  सफल छात्राओं में दयामनी सांगा पिता स्व. जागो सांगा कर्रा,एलिसा हिस्सा पिता स्व. रामाय हस्सा, तिरला खूंटी,दीपा पूर्ति पिता केदार मुंडा, अनिगडा खूंटी है। इनमें में कुल 16 छात्राएं आईआईटी की तैयारी कर रही हैं एवं अन्य मेडिकल की तैयारियां कर रही हैं।

आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत खूंटी के छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करने के उद्देश्य से एक अनोखी पहल का परिणाम अब सकारात्मक रूप से प्रदर्शित हो रहा है। उपायुक्त ने सभी छात्राओं से मिलकर उनका उत्साहवर्धन किया। साथ ही नई बैच की छात्राओं को भी प्रोत्साहित किया। सभी उत्तीर्ण छत्राओं को बेहतर भविष्य के लिए कॉउंसिलिंग करा उन्हें सहयोग भी किया जा रहा है।

इस पहल में “सपनो की उड़ान” कार्यक्रम के माध्यम से जिले के छात्राओं के लिए सुदृढ शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास है। इसके लिए खूँटी जिला के कस्तुरबा गाँधी बालिका विद्यालय के 11वीं एवं 12वीं की छात्राओं को भौतिक,रसायन, जीव विज्ञान एवं गणित विषयों में सुदृढ़ करते हुए

उपायुक्त शशि रंजन ने अपने जीवन के अनुभव भी विद्यार्थियों से साझा किये, उन्होंने कहा कि किस तरह बेहतर अध्ययन के बल पर वे UPSC में उत्तीर्ण हुए। उन्होंने बताया कि किस प्रकार अपने लक्ष्य निर्धारण करते हुए पढ़ाई करें। उसके पश्चात यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी के लिए कैसे संघर्ष करते हुए छोटे से शहर से आगे बढ़े। छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए उपायुक्त ने कहा कि सुविधाओं के अभाव में भी बिना किसी भय के हम सफल हो सकते हैं।  संघर्ष सबके जीवन में है उन्हीं संघर्षों के बीच से अपनी राह बनानी है। उन्होंने कहा कि आवश्यक ये नहीं कि आप कहाँ जे आये हैं, आवश्यक ये है कि आप कहाँ पहुंचतें हैं।

शिक्षा एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है। इसके लिए मेहनत और लगन के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है।

मौके पर उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि संघर्ष से निश्चित ही सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रतिस्पर्धा के वातावरण में उचित रूप से स्वयं को ढालने का प्रयास करें।

उत्तीर्ण हुई छात्राओं ने अपने अनुभव साझा किया।  उन्होंने कहा कि किस प्रकार उपायुक्त के निरन्तर सहयोग और इस पहल से उन्होंने अपने उज्ज्वल भविष्य का सपना देखा। NEET 2022 में क्वालीफाई करने वाली वाटिका कुमारी ने कहा कि डॉक्टर बनने का सपना उन्होंने कक्षा 8वीं में देखा था, उन्होंने कभी नहीं सोचा कि ये सपना पूरा होना सम्भव है। उन्होंने जिला प्रशासन की इस पहल पर आभार व्यक्त किया। इसके साथ ही पूजा कुमारी बताती हैं कि अड़की के सूदुर प्रखण्ड से निकलकर आज NEET क्वालीफाई किया है, ये मेरे लिए उपलब्धी है और ये आत्मविश्वास अब बढ़ता ही जायेगा।

वहीं दयामनी सांगा ने कहा कि सपनो की उड़ान कार्यक्रम से जुड़कर ये पता चला कि तैयारी किस प्रकार करनी है, कड़ी मेहनत करने का हौंसला मिला। उन्होंने कहा कि सपने देखना जरूरी है तभी सपनों को पूरा करने की राह मिलेगे।

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