कांग्रेस को आउट और बीजेपी को इन करने का कोई प्लान तो नहीं चल रहा झारखंड में……
रांची : पिछले 24 महीने से झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही गठबंधन की सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है,इसकी झलकी बजट सत्र में देखने को मिला है। बजट सत्र में विपक्ष से अधिक सत्तापक्ष के विधायक हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ थे। भाजपा के विधायक सदन के अंदर और बाहर सिर्फ कोरम पूरा करने के लिए विरोध प्रदर्शन करते दिखे,जबकि वो आक्रामक रूप इसबार बजट सत्र में नहीं दिखा।
अब चलिए हम आपको बताते हैं कि सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ भाजपा से अधिक कांग्रेस और झामुमो के विधायक क्यों दिखे। गठबंधन की सरकार गठन के ढाई साल होने को हैं। झामुमो ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जो जनता से वादे किए,उसे अबतक अमलीजामा नहीं पहनाया गया।
सत्तापक्ष के कई विधायक अपने अपने क्षेत्र में अपने अनुसार विकास कार्य नहीं होने से दुखी हैं। झामुमो के कई विधायक 1932 खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति बनाने की मांग कर रहे थे। इसके लिए इंडेरेक्ट रूप से सड़कों पर आंदोलन भी किया। लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन में 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति और नियोजन नीति बनाने से साफ इंकार कर दिया। इससे झामुमो के कई विधायक सीएम से नाराज हो गए।खासकर लोबिन हेंब्रम,दीपक बिरुआ,सीता सोरेन,पूर्व विधायक अमित महतो, पूर्व विधायक गीताश्री उरांव ने सीधे तौर पर विरोध किया है। इनलोगों ने सीधे सरकार की कार्यप्रणाली का विरोध किया है।
अब कांग्रेस की बात करें तो महागामा विधायक दीपिका सिंह पांडेय,पूर्णिमा सिंह, अंबा प्रसाद,अनूप सिंह,राजेश कच्छप,बंधु तिर्की ने भी कई बार विरोध किया है। बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद सदन के बाहर धरना पर बैठी थी। उनका कहना था कि योगेंद्र साव और निर्मला देवी मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई। राज्य सरकार चाहती तो यह हो सकता था। अभी राज्य सरकार निष्पक्ष जांच करा सकती है। वहीं कांग्रेस विधायक बंधु तिर्की ने भी सीधे तौर पर तो विरोध नहीं किया लेकिन अंदर ही अंदर राज्य सरकार को कोसते रहे। आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई कोर्ट ने उन्हें तीन साल की सजा सुना दिया है। इससे उनको विधायकी जाने की संभावना तेज हो गई है। उन्होंने कोर्ट पर तो नहीं सीबीआई पर सवाल खड़ा कर दिया है और हाईकोर्ट जाने की बात कही है।
इसके अलावा सीएम हेमंत सोरेन ने इसबार के बजट सत्र में सदन में जिस तरीके से कहा था कि यूपी में योगी की सरकार बन गई और योगी की ही सरकार बननी चाहिए,इससे सदन में भाजपा विधायक गदगद दिखे। भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने यह भी कह दिया 2029 तक केंद्र में मोदी और राज्य में हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उनकी बातों से राजनीतिक गलियारे में कुछ और ही इशारा कर रहा है। कहीं कांग्रेस को आउट और बीजेपी को इन करने का कोई प्लान तो नहीं चल रहा है। वैसे झारखंड की राजनीति में सबकुछ संभव है।