बिहार-झारखंड में इंडी गठबंधन के बीच सीटों को लेकर फंसा पेंच….
पटना: लोकसभा चुनाव के लिए पहले फेज का नामांकन 28 मार्च होने है। इस बीच इंडी गठबंधन में कांग्रेस और राजद के बीच सीटों को लेकर फंसा पेंच अबतक सुलझा नहीं है। कांग्रेस जहां 9 सीटों पर अड़ी हुई है। वहीं राजद 6 से अधिक सीटें देने को तैयार नहीं है। हाल यह है कि दोनों गठबंधन नेताओं के बीच बातचीत भी बंद हो गई है। होली के बाद फिर से बातचीत होने की संभावना है। कांग्रेस का पूर्णिया,कटिहार पर विशेष नजर है। इसे छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। वहीं झारखंड की बात करें तो यहां पर भी बिहार जैसा ही हाल है। गठबंधन के तहत झारखंड में कांग्रेस सात सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं झामुमो को पांच और राजद, सीपीआई को एक एक सीट दिया है। राजद को चतरा और सीपीआई को कोडरमा दिया गया है। लेकिन राजद दो सीटों से कम नहीं मान रही है। पलामू और चतरा पर हर हाल में अपने प्रत्याशी को उतारने का फैसला लिया है। राजद का मानना है कि गठबंधन के उन्हें चार सीटें मिलनी चाहिए। लेकिन कम से कम दो सीट तो मिलना ही चाहिए। प्रदेश राजद नेता गौरीशंकर यादव ने कहा कि झारखंड के कई लोकसभा क्षेत्रों में राजद संगठन का मजबूत पकड़ है। राजद का कैडर वोटर पूरे झारखंड में हैं। भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए राजद ने दो सीटों पर संतुष्ट किया है। इससे कम हो ही नहीं सकता है।
चतरा से मंत्री सत्यानंद भोक्ता अपने आप को राजद का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। लोकसभा क्षेत्रों में पोस्टरबाजी भी कर दिया है। वहीं हाल पलामू का है। वहां पर भी राजद कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में जोर शोर से लगे हुए हैं।
बहरहाल सीटों के बंटवारे में कांग्रेस और झामुमो के बीच विकट परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। होली के बाद सब कुछ ठीक होने की संभावना है।