देश में अनगिनत घोटालों का रिकॉर्ड कांग्रेस पार्टी के नाम दर्ज है: बाबूलाल मरांडी
रांची: बेंगलुरु में हो रहे यूपीए दलों की बैठक पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने तंज कसा है।
श्री मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र बचाव के नाम पर जुटने वाले दलों का चाल ,चरित्र और इतिहास लोकतंत्र की हत्या करने ,लोकतांत्रिक संस्थाओं को अपमानित करने का है। आज भी ये दल लोकतंत्र की आवाज को लाठी डंडे से कुचलने का हर संभव कोशिश कर रहे। न्यायालय के निर्णयों पर भी असंवैधानिक टिप्पणी कर रहे।
उन्होंने कहा कि हाल में ही पश्चिम बंगाल और बिहार में यूपीए सरकार का लोकतंत्र विरोधी विभत्स चेहरा उजागर हुआ है। झारखंड सरकार तो उनकी नाकामियों को उजागर करने वालों के खिलाफ फर्जी केश मुकदमों से प्रताड़ित करने का रिकॉर्ड बना रही।
उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि भारत का लोकतंत्र पूरी तरह सुरक्षित है परंतु यूपीए घटक दलों में शामिल नेता भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे होने के कारण अपने को पूरी तरह असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। इन दलों का चरित्र भ्रष्टाचार के जनक,पोषक और संरक्षक होने का है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार की जननी है।देश में अनगिनत घोटालों का रिकॉर्ड कांग्रेस पार्टी के नाम दर्ज है। आज भी कांग्रेस पार्टी के युवराज एक मामले में सजायाफ्ता हैं तो दूसरे में जमानत पर।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तो पूरे प्रदेश को लूट खंड में तब्दील कर दिया है। लगातार जांच एजेंसियों के घेरे में ये उलझते जा रहे। अपने और अपनो के खिलाफ बढ़ते जांच से इनकी बौखलाहट बढ़ती जा रही। जेल जाने का भय उन्हें पूरी तरह सता रहा है।
उन्होंने कहा कि चारा घोटाले में सजायफ्ता लालू प्रसाद यादव जी अब लैंड फॉर जॉब मामले में चार्ज सीटेड हैं ,ममता बनर्जी का भतीजा शिक्षक भर्ती और कोयला घोटाला में जांच का सामना कर रहा।उनके एक मंत्री जेल की हवा खा रहे।
कहा कि केजरीवाल जी की कहानी भी इससे अलग नही।इनके उपमुख्यमंत्री अरबों रुपए के शराब घोटाले में जेल में हैं और जमानत केलिय तरस रहे हैं।
श्री मरांडी ने कहा कि तमिलनाडु की डीएमके सरकार भी भ्रष्टाचार में डूबी है। मनी लांड्रिंग मामले में एक मंत्री जेल में हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे में जनता पूरी तरह इनकी बौखलाहट को समझ रही है। 2024के चुनाव में भ्रष्टाचार के पोषक और संरक्षक नीति, नीयत और नेता विहीन ठगबंधन को जनता करारा जवाब देगी।