मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में पेयजल की समस्या,जनता आंदोलन के मूड में…
बरहेट:सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। यहां पर सबसे अधिक पेयजल की समस्या है। इसके लिए यहां के लोगों को सड़कों पर उतरना पड़ता है। बरहेट प्रखंड के बरहेट संथाली में हमेशा लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है। यहाँ की औरतें हैंडपंप के पास रात 12 बजे से अपना घड़ा लाइन मे लगाकर रखती हैं, ताकि सुबह होने के बाद मुँह धोने का पानी मिल सके। यह समस्या बहुत दिनों से झेल रही है। लेकिन अभी पेयजल आपूर्ति की सुविधा होने के बावजूद लोग पानी के लिए त्राहिमाम करे तो ये एक चिंताजनक मामला है। बरहेट संथाली दक्षिणी भाग के पंचायत समिति सदस्य आरिफ अंसारी और उप मुखिया शकूर अंसारी ने कहा कि गर्मी के मौसम में सबसे अधिक पेयजल की समस्या होती है। पेयजल के लिए पाइपलाइन होने के बाद भी जलापूर्ति नहीं हो रही है। संबंधित पदाधिकारी कनीय अभियंता,एसडीओ आदि से कई बार फोन से संपर्क कर समस्या से अवगत कराया,परंतु अभी तक पूर्णत सामाधन हेतु कोई प्रतिक्रिया नहीं दिख रहा है।ज्यादा बोलने पर बहाना मिलता है कि मोटर खराब है, इसलिए आपूर्ति बाधित है। जबकि ये जवाब विभाग के आला व जिम्मेदार अधिकारी होने के नाते संतोषजनक नहीं है और वास्तविकता भी ये नहीं है। विभाग के कर्मियों का 6-7 महिना से वेतन लंबित रखा है, इसलिए हड़ताल पर है। विभागीय शिथिलता का परिणाम है, जिस कारण कर्मी से लेकर लाभुक तक समस्या मे जूझ रहा है। इस संबंध में जिप अध्यक्ष ने दो माह पूर्व कार्यालय का निरीक्षण कर जल्द समाधन का आश्वासन दिया था। गर्मी दस्तक देने वाली है, जिसकी चिंता लोगों को अभी से सताने लगी है। विभाग को समय से पहले ही सचेत होने की आवश्यकता है, अन्यथा बरहेट की जनता पानी की कमी से उसकी दैनिक जीवन पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ेगा।